Friday, November 22

चौधरी चरण सिंह विवि के कॉलेजों में पीजी में लागू होगी एनईपी, छह साल में पूरी कर सकेंगे डिग्री

Pinterest LinkedIn Tumblr +

मेरठ 08 जून (प्र)। चौधरी चरण सिंह विवि से संबंधित कॉलेजों में नए सत्र से पीजी में भी नई शिक्षा नीति (एनईपी) को लागू किया जा रहा है। इसके तहत छात्र-छात्राओं को डिग्री पूरा करने के लिए छह वर्ष मिलेंगे इतना ही नहीं, यूजी के बाद पीजी में प्रवेश लेने वाले छात्रों को एक वर्ष की पढ़ाई पूरी करने के बाद छोड़ने की भी सुविधा मिलेगी।
बता दें कि पीजी प्रथम वर्ष को छात्र अधिकतम तीन वर्ष में पूरा कर सकेंगे। एक वर्ष की पढ़ाई करने के बाद छोड़ने पर भी छात्र कभी भी वापस द्वितीय वर्ष में प्रवेश ले सकेंगे। मतलब पीजी के दो वर्षों को कुल छह वर्ष में पूरा करना होगा लेकिन प्रत्येक वर्ष के लिए यह तीन वर्ष से ज्यादा नहीं होगा।

विवि अधिकारियों के अनुसार पीजी में मुख्य एवं माइनर विषयों का प्रत्येक कोर्स सौ अंकों का होगा। छात्रों को पास होने के लिए न्यूनतम 36 अंक लाने जरूरी होंगे। सी अंकों के प्रोजेक्ट में भी छात्रों के लिए न्यूनतम 36 अंक अनिवार्य होंगे। प्रत्येक विषय में 70 अंकों की बाह्य एवं 30 नंबर की आंतरिक परीक्षा होगी आंतरिक एवं बाह्य परीक्षा में अलग-अलग न्यूनतम अंक लाने होंगे। इसमें 70 अंक की बाह्य परीक्षा में 21 एवं 30 अंकों की आंतरिक परीक्षा में नौ नंबर जरूरी होंगे, लेकिन दोनों को मिलाकर 36 अंक हर हाल में होने चाहिए।

सम सेमेस्टर परीक्षा में सीधे प्रोन्नत हो सकेंगेः विवि के अनुसार विषम से सम सेमेस्टर में छात्र सीधे प्रोन्नत हो सकेंगे, चाहे विषम सेमेस्टर का रिजल्ट जो भी हो, लेकिन सम से विषम सेमेस्टर के लिए शर्त होगी। प्रथम वर्ष के प्रथम एवं द्वितीय सेमेस्टर के कुल क्रेडिट्स का 50 फीसदी क्रेडिट उत्तीर्ण करने पर ही द्वितीय वर्ष यानी तीसरे सेमेस्टर में प्रवेश मिलेगा। वहीं, 50 फीसदी क्रेडिट में थ्योरी, प्रैक्टिकल, प्रोजेक्ट शामिल होंगे।

पीजी एनईपी में बैक पेपर या इंप्रूवमेंट की सुविधा सम या विषम सेमेस्टर के साथ ही मिलेगी। दूसरे सेमेस्टर के लिए चौथे एवं प्रथम के लिए तीसरे सेमेस्टर में बैंक पेपर दे सकेंगे। किसी भी एक सेमेस्टर में मुख्य विषय के 12 क्रेडिट्स तक के ही थ्योरी एवं प्रैक्टिकल के पेपर विद्यार्थी ले सकेगा।

फार्म सत्यापित न कराने पर प्रवेश निरस्त होगा
विवि कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला की अध्यक्षता में आयोजित की गई विद्वत परिषद की बैठक में निर्णय लिया गया है कि कोई भी ऐसा छात्र जिसने किसी भी पाठ्यक्रम के प्रथम सेमेस्टर का फार्म भरकर उसको सत्यापित नहीं कराया है, वह निरस्त माना जाएगा। ऐसे में सभी कॉलेज सभी पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों के सत्यापन को गंभीरता से लें।

वनस्पति विज्ञान की प्रयोगात्म परीक्षा 11 व 12 जून को
आरजी पीजी कॉलेज की बीएससी द्वितीय सेमेस्टर (एनईपी) कोड बी040202पी वनस्पति विज्ञान विषय की प्रयोगात्मक परीक्षा 11 व 12 जून को प्रातः 9 बजे वनस्पति विज्ञान विभाग में आयोजित होगी। सभी छात्राएं प्रवेश पत्र व प्रयोगात्मक फाइल सहित समय से उपस्थित हो। वहीं, आरजी पीजी कॉलेज की एमएससी द्वित्तीय सेमेस्टर कोड 601 व एमएससी चतुर्थ सेमेस्टर कोड 801 वनस्पति विज्ञान विषय की प्रयोगात्मक परीक्षा 13 जून को प्रातः 9 बजे वनस्पति विज्ञान विभाग में आयोजित होगी। सभी छात्राएं प्रवेश पत्र व प्रयोगात्मक फाइल सहित समय से उपस्थित हो।

इन विषयों का भी कार्यक्रम जारी
आरजी पीजी कॉलेज में चित्रकला विषय की बीए षष्ठम सेमेस्टर कोड-ए210603पी की प्रयोगात्मक परीक्षा 9 जून को सुबह 9 बजे, कोड-ए210604पो की प्रयोगात्मक परीक्षा 9 जून को पूर्वाहन 11:30 बजे, बीए चतुर्थ सेमेस्टर कोड-ए210402पी की प्रयोगात्मक परीक्षा 11 जून प्रातः 9:30 बजे होगी। बीए द्वितीय सेमेस्टर कोड-ए210202पी की प्रयोगात्मक परीक्षा 13 जून को सुबह 9:30 बजे चित्रकला विभाग में आयोजित होगी। सभी छात्राएं प्रवेश पत्र, आईडी कार्ड, कक्षा की फाइल, प्रॉजेक्ट फाइल (षष्ठम सेमेस्टर) व कला सामग्री सहित पहुंचे।

Share.

About Author

Leave A Reply