प्रयागराज 08 जनवरी। बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक अच्छी जाकर है। रीडिंग का पता चलने के साथ ही वह घर बैठे नकद बिल जमा कर सकेंगे। ऊर्जा निगम ने आदेश जारी कर दिया है। इसमें मीटर रीडर को अधिकार दिया गया है कि वह रीडिंग लेने के बाद उपभोक्ता से बिल भुगतान करा रसीद उपलब्ध कराएंगे। यह व्यवस्था जनवरी से लागू कर दी गई है।
बिजली उपभोक्ता अब तक घर से ऑनलाइन बिल का भुगतान कर रहे हैं, लेकिन खाते में पैसा नहीं होने पर उन्हें कार्यालय या सीएससी में जाना पड़ता है। इससे निजात दिलाने के लिए पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक शंभु कुमार ने नई व्यवस्था बनाई गई है।
अब मीटर रीडर घर पहुंचकर रीडिंग उपभोक्ता को उपलब्ध कराएंगे। इसके बाद रीडिंग में बिजली खपत के हिसाब से बिल तैयार करेंगे। उपभोक्ता फौरन ही बिल का भुगतान करना चाहेंगे तो मीटर रीडर मौके पर ही उनसे नकद लेकर तत्काल रसीद उपलब्ध कराएंगे।
विद्युत महकमे की ओर से मीटर रीडरों को भी जागरूक किया जाएगा। यह मीटर रीडर बिल बनाने के साथ ही कम से कम पांच हजार रुपये का राजस्व भी प्रतिदिन वसूलेंगे। इसके बदले में उन्हें एक उपभोक्ता का बिल बनाकर उसका भुगतान कराने पर 12 रुपये का पारिश्रमिक भी मिलेगा। संस्था ने शहर से गांव तक मीटर रीडरों की तैनाती की है। माह के अंतिम सप्ताह में ये मीटर रीडर घर-घर पहुंचकर रीडिंग निकालकर उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराते हैं। इसके लिए इन्हें मानदेय मिलता है।
बिजलीकर्मी करेंगे निगरानी: हर मीटर रीडर के साथ एक बिजलीकर्मी की ड्यूटी लगाई गई है। रीडर उपभोक्ता का बिल तैयार करेंगे, जिसे जांचने का काम बिजली कर्मचारी करेंगे। साथ ही बिजली कर्मचारी मीटर रीडरों संग उपभोक्ताओं के घर भी जाएंगे।
वह मीटर बॉक्स की सुरक्षा का ख्याल रखते हुए उचित जगह पर उसे स्थापित कराने के साथ ही उपभोक्ता का मोबाइल नंबर व ई- मेल आईडी भी अपने रिकॉर्ड में दर्ज करने का कार्य करेंगे।