मेरठ 16 अप्रैल (प्र)। बिना पुलिस सत्यापन (वेरिफिकेशन) के दुकान पर रखा कारीगर 23 घंटे बाद ही 100 ग्राम सोने के आभूषण लेकर फरार हो सर्राफ की तरफ से सदर बाजार थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। मोबाइल नंबर से पुलिस को जानकारी मिली कि वह कारीगर बंगाल का रहने वाला है। सदर बाजार पुलिस ने बंगाल पुलिस से कर्मचारी की धरपकड़ को बातचीत की है। सर्राफ ने बिना आधार कार्ड और उसका पता पूछे ही कम तनख्वाह पर उसे दुकान पर रख लिया था।
सदर बाजार के दाल मंडी निवासी सुशांत जाधव मूलरूप से वलवल थाना सुरसुडी जिला सागली महाराष्ट्र का रहने वाला है। सुशांत की सदर बाजार में आभूषणों पर पालिश करने की दुकान है। तीन अप्रैल को सुशांत ने नए कारीगर फिरोज को नौकरी पर रखा था। चार अप्रैल को सुशांत दुकान से कंकरखेड़ा गए थे। लौटे तो देखा कि फिरोज दुकान पर नहीं था । दुकान में रखे 100 ग्राम सोने के आभूषण भी चोरी थे। सीओ संतोष कुमार ने बताया कि फिरोज के मोबाइल का सीडीआर मांगा गया है। ताकि पता चल सके कि फिरोज किस से बात करता था । फिलहाल फिरोज का मोबाइल बंद आ रहा है। बताया जाता है कि 100 ग्राम सोने के आभूषण लेकर फिरोज बंगाल निकल गया है।
कम तनख्वाह के लालच में फिरोज का सत्यापन भी न कराया
फिरोज ने कम तनख्वाह मांगी थी। इसी लालच में सुशांत ने बिना पुलिस सत्यापन (वेरिफिकेशन) के उसे रख लिया था । उसका आधार कार्ड और पता तक नहीं पूछा था । सर्राफ का कहना है कि एक अन्य कारीगर का उसे रखने को काल आया था। उक्त कारीगर से भी पुलिस ने पूछताछ की है। वह भी फिरोज को पहले से नहीं जानता था। फोन पर ही उसकी बातचीत उससे हुई थी, जो उसे बंगाल का बता नौकरी मांग रहा था।
वेरीफिकेशन होता तो फिरोज पकड़ा जाता
सर्राफ सुशांत अगर फिरोज को रखने से पहले थाना पुलिस से वेरिफिकेशन करा लेते। तो फिरोज की आपराधिक गतिविधियों की जानकारी पुलिस को हो जाती। उसके बाद पुलिस फिरोज को पकड़ सकती थी। बतौर कारीगर फिरोज 23 घंटे दुकान पर रहा। इसी बीच करीब नौ लाख 70 हजार कीमत का सोना लेकर आरोपित फरार हो गया है। पुलिस मान रही है कि आरोपित कारीगर बनकर दुकानदार के यहां जाता है। उसके बाद सोने के आभूषण और अन्य सामान लेकर फरार हो जाता है। उससे पहले भी वह कई घटनाओं को अंजाम दे चुका है। पुलिस ने दुकान की सीसीटीवी फुटेज कब्जे में ले ली है।
200 कारीगरों के सत्यापन के लिए भेजे फार्म, पुलिस ने नहीं किया वेरिफिकेशन
मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन के महामंत्री विजय आनंद ने बताया कि सदर बाजार थाना क्षेत्र में 150 सर्राफ है। उनके पास करीब एक हजार कारीगर है, जो सोने की गलाई का काम करते हैं। पूरे शहर में 25 हजार कारीगर है। लगातार कारीगरों के सोना लेकर जाने पर एसोसिएशन की तरफ से वेरिफिकेशन को लेकर फार्म छपवाया था। 200 फार्म भरकर जनपद पुलिस को दिए जा चुके है। अकेले सदर बाजार पुलिस को भी सौ फार्म दिए है। उसके बाद भी पुलिस की तरफ से कोई वेरीफिकेशन नहीं गया था । बल्कि खुद ही 3700 कारीगर का सत्यापन किया जा चुका है। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि थानों को मिले वेरिफिकेशन के फार्म के बारे में जानकारी कराई जाएगी।