Monday, June 2

जिला अस्पताल में ठप हुआ ऑक्सीजन प्लॉट, रेफर किए जा रहे गंभीर मरीज

Pinterest LinkedIn Tumblr +

मेरठ 17 मई (प्र)। भीषण गर्मी में जिला अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट बीमार हो गया। उक्त प्लांट बार-बार ट्रिप मारकर बंद हो रहा है। ऑक्सीजन की कमी के चलते अधिकांश गंभीर मरीजों को मेडिकल कालेज रेफर किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि जिला अस्पताल में आजकल रोजाना लगभग दो हजार मरीज आ रहे हैं। इनमें 20-25 मरीजों को ऑक्सीजन की सपोर्ट देनी पड़ती है। अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगा है। इमरजेंसी वार्ड, आईसीयू, पीआईसीयू आदि वार्ड में ऑक्सीजन की व्यवस्था है। इन वार्ड के सभी बेड ऑक्सीजन लाइन से जुड़े हैं, यानी जब जिस मरीज को ऑक्सीजन लगाने की जरूरत होती है, उसे तुरंत उक्त लाइन से पाइप जोड़कर ऑक्सीजन दिया जा सके।

भीषण गर्मी में जिला अस्पताल का ऑक्सीजन प्लांट खराब हो गया। उक्त प्लांट ट्रिप मारकर बार-बार बंद हो जाता है। ऐसे में ऑक्सीजन की जरूरत वाले मरीजों के इलाज के लिए समस्या खड़ी हो गई आपरेशन थियेटर में ऑक्सीजन सिलेंडरों का उपयोग किया जा रहा है। इमरजेंसी वार्ड में ऑक्सीजन कंसनट्रेंटर का उपयोग किया जा रहा है। जिला अस्पताल में आने वाले जिन मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत है, उन्हें मेडिकल कालेज रेफर किया जा रहा है। अस्पताल में न तो ऑक्सीजन सिलेंडर की उचित व्यवस्था है और न ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध हैं। ऐसे में मरीजों को मेडिकल कॉलेज भेजने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा। मरीज मेडिकल कालेज जाने को चिंतित हो रहे।

वोल्टेज कम से ट्रिप हो रहा ऑक्सीजन प्लांट
जिला अस्पताल की प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. सुदेश कुमार का कहना है कि ऑक्सीजन प्लांट लो वाल्टेज की वजह से बार बार ट्रिप होकर बंद हो रहा है। जिला अस्पताल में आने वाले गंभीर रोगी, जिन्हें ऑक्सीजन की जरूरत है, उनकी जान बचाना जरूरी है, इसलिए ऐसे मरीजों को मेडिकल कालेज रेफर किया जा रहा है। लो वोल्टेज की समस्या के निराकरण के लिए प्रयास किया जा रहा है।

Share.

About Author

Leave A Reply