मेरठ 01 अक्टूबर (प्र)। मेरठ के पूर्व क्रिकेटर प्रवीण गुप्ता को दिल्ली जूनियर क्रिकेट कमेटी का चयनकर्ता नियुक्त किया गया है। प्रवीण गुप्ता उत्तर प्रदेश और दिल्ली दोनों राज्यों में चयनकर्ता बनने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं। वह भारत की अंडर-19 टीम का हिस्सा रह चुके हैं। 2004 में अंडर-19 विश्व कप भी खेल चुके हैं। बाएं हाथ के स्पिनर प्रवीण ने रणजी ट्राफी में उत्तर प्रदेश की ओर से 53 प्रथम श्रेणी मैचों में 122 विकेट चटकाए। इसके अलावा 39 लिस्ट-ए मुकाबलों में 46 और 12 टी-20 मैचों में 11 विकेट अपने नाम किए। उन्होंने दलीप ट्राफी और देवधर ट्राफी में सेंट्रल जोन का प्रतिनिधित्व किया। साथ ही इंग्लैंड की लीग क्रिकेट में भी दमदार प्रदर्शन किया। 2006 में हड्सफील्ड लीग और 2008 में बोल्टन लीग में उनकी टीम चैंपियन रही।
नोएडा किंग्स के भी डायरेक्टर रह चुके
प्रवीण गुप्ता यूफ्लेक्स टीम नोएडा किंग्स के दो वर्षों तक डायरेक्टर रहे। हाल ही में दिल्ली यूफ्लेक्स टीम के मेंटर की भूमिका भी निभाई। उनकी कोचिंग और मार्गदर्शन में दिल्ली सेंट्रल की टीम टी-20 का फाइनल भी खेल चुकी है। मेरठ से निकले कई खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाम कमाया है। अब प्रवीण गुप्ता का यह योगदान भी खेल के बाद सक्रिय जिम्मेदारियों की इस सूची में जुड़ गया है। यूपी और दिल्ली दोनों राज्यों में चयनकर्ता बनने की उपलब्धि उन्हें विशिष्ट बनाती है। पूर्व क्रिकेटर शुभम सिंह और निशांत सिंह के अनुसार, यह नियुक्ति साबित करती है कि मेरठ के खिलाड़ी सिर्फ मैदान पर ही नहीं, बल्कि क्रिकेट के प्रशासनिक और चयन क्षेत्र में भी नई ऊंचाइयां छू सकते हैं।
प्रशासनिक और मेंटरशिप की भूमिकाओं में भी रहे
- सक्रिय क्रिकेट करियर के बाद प्रवीण गुप्ता ने क्रिकेट प्रशासन और मॅटरशिप में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।
- वे उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (यूपीसीए) के तीन वर्ष तक जूनियर चयन समिति के चेयरमैन इसके अलावा सीनियर चयन समिति चेयरमैन के रूप में दो वर्षों तक सेवाएं दीं।
- उनकी देखरेख में यूपी की अंडर-19 टीम ने कूचबिहार ट्राफी (2018-19) और वीनू मांकड़ ट्राफी (2019-20) जीती।
- यूपी अंडर-16 टीम ने विजय मर्चेंट ट्राफी में लगातार दो वर्षों तक (2018-19, 2019-20) सेमीफाइनल तक का सफर तय किया।
- यूपी अंडर-14 टीम ने राज सिंह डूंगरपुर ट्राफी (2018-19) में सेमीफाइनल तक पहुंची।