मेरठ 17 नवंबर (प्र)। मखदूमपुर गंगा घाट पर कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर लगने वाले गंगा स्नान मेले की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। जिला पंचायत के माध्यम से लगने वाले इस मेले का उद्घाटन 23 नवंबर को विधिवत किया जाएगा।
मखदूमपुर गंगा घाट पर लगने वाले कार्तिक पूर्णिमा गंगा स्नान मेले को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट है। गंगा स्नान मेले की तैयारी जिला पंचायत द्वारा युद्धस्तर पर चल रही है। इस बार मखदूमपुर गंगा घाट पर लगने वाले गंगा स्नान मेले का बजट जिला पंचायत द्वारा करीब 48 लाख रुपए रखा गया है। गंगा की रेती में लगने वाले पांच दिवसीय गंगा स्नान मेले का 23 नवंबर को श्री गणेश किया जाएगा, वहीं 27 को मुख्य स्नान होगा। कार्तिक पूर्णिमा पर दूरदराज से लाखों श्रद्धालु गंगा घाट पहुंचकर अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए दीपदान करते हैं।
मखदूमपुर गंगा घाट पर जिला पंचायत के माध्यम से कार्तिक पूर्णिमा मेले का आयोजन किया जाता है, जिसे लेकर सभी तैयारी पिछले करीब एक माह से की जा रही है। तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है। मेला ठेकेदार रविंद्र ने बताया कि सभी तैयारियां को अंतिम रूप दिया जा रहा है, जल्द ही गंगा की रेती पर तंबुओं का नगर आकार लेने लगेगा। कार्तिक पूर्णिमा के उपलक्ष में लगाने वाले गंगा स्नान मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के मनोरंजन के लिए झूले भी लगने लगे हैं। फायर स्टेशन और मेला कोतवाली के लिए भी टेंट लगाए जा रहे हैं।
मखदूमपुर गंगा मेले का पूजन देवोत्थान एकादशी पर किया जाएगा, जिसे लेकर मेले की तैयारियां जोरशोर से चल रही हैं। मेला कोतवाली बन जाने के बाद उसमें उपकरण रखने और स्टाफ के रहने के लिए शिविर बनाए जा रहे हैं। मेले में जिस ठेकेदार पर टेंट व तंबू उपलब्ध कराने का ठेका है, वह भी कई दिन पूर्व आकर तैयारी पूर्ण करने में लगे हैं। इस बार सर्दी का मौसम देखते हुए मेला स्थल पर हजारों तंबुओं में रजाई व गद्दे की भी व्यवस्था की जाएगी। गंगा किनारे ही जिला प्रशासन की तरफ से प्रदर्शनी लगाई जाएगी, जिसमें कृषि, पशु पालन, गन्ना विभाग के स्टॉल लगाए जाएंगे। मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को उनके काम आने वाली जानकारी दी जाएगी। मेले में मनोरंजन के लिए हिंडोला, झुला, ड्रैगन ट्रेन व मौत के कुओं का सामान कई दिन पूर्व आ गया है। मखदूमपुर गांव से गंगा घाट तक जाने वाले रास्तों को दुरुस्त करने का काम लगभग पूरा हो चुका है, इन रास्तों पर लाइट लगाकर दूधिया रोशनी करने का काम अगले तीन-चार दिनों में पूरा कर लिया जाएगा।