मेरठ 12 फरवरी (प्र)।खरखौदा पुलिस ने चार महीने पहले उल्धन के जंगल में युवक की हत्या का सनसनीखेज खुलासा करते हुए दो हत्याभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। यह घटना पुलिस के लिए पहेली बनी हुई थी। हत्या करने वाले एक हिस्ट्रीशीटर बदमाश ने अपने तमाम मुकदमों को खत्म करने के लिए खुद को मृत दर्शाने के लिए एक प्लॉन बनाया और हरियाणा के नुहू शहर से एक मंदबुद्धि व्यक्ति का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी। पहचान मिटाने के लिए मृतक के चेहरे को क्षतविक्षत कर उसे जंगल में फें क दिया। आरोपी ने अपनी एक डायरी और पहचान पत्र को मृतक के लोवर में डाल दिया।
पुलिस लाइन में आयोजित प्रेसवार्ता में एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि खरखौदा पुलिस और सर्विलांस ने एक ऐसी घटना का खुलासा किया है जिसमे हाफिजपुर के दिलशाद नाम के हिस्ट्रीशीटर बदमाश ने अपने दर्जनों केसों व पुलिस से बचने के लिए खुद को मृत दर्शाने के लिए एक प्लॉन बनाया। उसने नुहू से आकाश नाम के एक व्यक्ति का अपहरण कर लिया और उल्धन गांव के जंगल में लाकर 30 सितम्बर, 2023 को हत्या कर दी। उसने अपने दो अन्य साथियों मुसाहिद पुत्र इरशाद निवासी गांव तोड़ी ,भोजपुर व रिहान के साथ मिलकर उसके चेहरे को इस आशय के साथ क्षतविक्षत कर पहचान मिटा दी।ताकि उसकी पहचान न हो सके। दिलशाद ने अपनी एक डायरी मृतक के लोवर में भी डाल दी। ताकि पुृलिस और तमाम लोग यह समझे कि यही दिलशाद है।
खरखौदा थाना प्रभारी अशोक ने बताया कि 30 सितम्बर, 2023 को आकाश का शव जंगल में मिला था। पुलिस ने उसकी जेब में मिली डायरी के अनुसार मृतक की पहचान दिलशाद के रूप में की थी। पुलिस ने दिलशाद के परिजनों से संपर्क साधा। उस समय जब दिलशाद की पत्नी गुलिस्ता और उसका भाई पहचान करने के लिए थाने आये थे। उन्होंने शव की पहचान दिलशाद के रुप में की थी, लेकिन पुलिस ने दोबारा जब दिलशाद की पत्नी गुलिस्ता को हत्या के मुकदमे में बार बार थाने आने की बात कही तो वह डर की वजह से पुलिस के सामने नहीं आई।
उधर, पुलिस को इस बात का पूरा शक हो गया कि लाश दिलशाद की नहीं थी। पुलिस ने शव का लावरिस हालत में दाह संस्कार करा दिया। पुलिस का दिलशाद की पत्नी और उसके परिचितों पर शक गहरा गया। शक पुख्ता करने के लिए पुलिस ने दिलशाद के पहले मोबाइल का फोन नंबर लिया, लेकिन वह घटना के वक्त से स्विच आॅफ मिला, लेकिन पुलिस ने किसी तरह दिलशाद का दूसरे मोबाइल का फोन नंबर लेकर उसे ट्रेस कर लिया। उसकी लोकेशन मध्य प्रदेश और नुहू के आसपास मिली। पुलिस ने मोबाइल नंबर को ट्रेस करते हुए दिलशाद को राजस्थान के पहाड़ी नाम के गांव से गिरफ्तार कर लिया।
जिसमें दिलशाद ने पुलिस के समक्ष घटना का इकबाल करते हुए बताया कि वह ही नुहू से आकाश नाम के व्यक्ति को बहला-फुसलाकर यहां लाया और उसकी अपने साथियों से साथ मिलकर छुरे से हत्या कर दी। चेहरे की पहचान मिटाने के लिए क्षतविक्षत कर दिया। उसके लोवर में एक डायरी इस आशय के साथ डाल दी ताकि पुलिस समझे कि मरने वाला ही दिलशाद था। पुलिस ने दिलशाद निवासी ग्राम घुघराला, हाफिजपुर, मुसाहिद निवासी ग्राम तोड़ी को गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर छुरा बरामद किया है।
वहीं इनका तीसरा साथी रिहान अभी फरार है। पहले तोड़ी के राशिद को मारने की थी योजना-दिलशाद ने बताया कि वह पहले तो तोड़ी गांव के राशिद को मारना चाहते थे। लेकिन ऐन वक्त पर अपना प्लॉन बदला और हरियाणा में नुहू में जाकर आकाश को किसी तरह यहां ले आये। आकाश एक चाय की दुकान पर काम किया करता था।