मेरठ 11 नवंबर (प्र)। एसटीएफ मेरठ यूनिट ने मुरादाबाद में सोमवार रात एक लाख के इनामी आसिफ टिड्डा और 50 हजारी दीनू को एनकाउंटर में मार गिराया। मुरादाबाद पुलिस के साथ ज्वाइंट ऑपरेशन में यह कार्रवाई की गई। आरोपियों ने मुरादाबाद के प्रॉपर्टी कारोबारी से एक करोड़ की रंगदारी मांगी थी और कारोबारी पर कातिलाना हमला किया था।
आरोपियों पर मुरादाबाद पुलिस ने डेढ़ लाख रुपये का इनाम घोषित किया था, जिसके बाद एसटीएफ पीछे लगी थी। दोनों पर यूपी समेत कई राज्य में 90 मुकदमे दर्ज थे। आरोपियों से एक कारबाइन और तीन पिस्टल समेत काफी कारतूस बरामद किए गए। एसएसपी मुरादाबाद सतपाल अंतिल और एसटीएफ के एएसपी ब्रजेश सिंह को बुलेट प्रूफ जैकेट में गोली लगी है। मुरादाबाद के प्रॉपर्टी कारोबारी हाजी जफर से टिड्डा गैंग ने एक करोड़ की रंगदारी मांगी थी।
भोजपुर थाना क्षेत्र में सोमवार रात मुठभेड़ में ढेर हुआ कुख्यात बदमाश आसिफ उर्फ टिड्डा मूल रूप से गाजियाबाद जिले के गांव कलछीना का रहने वाला था। वह चार भाई-बहनों में सबसे बड़ा था।
पुलिस के अनुसार आठवीं तक शिक्षा लेने वाला आरोपी आसिफ उर्फ टिड्डा बचपन से अपराधिक गतिविधियों में लिप्त हो गया। पिता की मौत के बाद वह परिवार को लेकर मेरठ के रसीद नगर में रहने लगा। यहां अपने ही जैसे कुछ और लड़कों को साथ लेकर गैंग बनाया और लूटपाट, की वारदातों को अंजाम देने लगा। 2005 में ब्रह्मपुरी थाने में उसके खिलाफ चोरी का पहला मुकदमा दर्ज हुआ। एसएसपी सतपाल अंतिल ने बताया आसिफ और उसके गैंग ने मेरठ, गाजियाबाद, बुलंदशहर, अलीगढ़, हापुड़, मुरादाबाद, मुजफ्फर नगर समेत पश्चिमी यूपी के विभिन्न जिलों के साथ ही उत्तराखंड, दिल्ली और हरियाणा में लूट, हत्या, डकैती, हमला जैसी दर्जनों वारदातों को अंजाम दिया। 2013 में मेरठ पुलिस ने उसकी हिस्ट्रीशीट खोल दी थी। पुलिस के अनुसार वर्तमान में उसके खिलाफ 65 मुकदमे दर्ज थे।
वहीं भोजपुर क्षेत्र में मुठभेड़ में ढेर हुआ दूसरा आरोपी मेरठ के सरूरपुर थाना क्षेत्र के गांव खिवाई का रहने वाला था। वह भी 2007 से अपराध की दुनिया में उतरा और आसिफ के गैंग से जुड़ गया। सरुरपुर थाने में 2009 में उसकी हिस्ट्रीशीट खोली गई थी। आरोपी दीनू मुजफ्फरनगर में मार्च 2020 में डकैती और अपहरण के बाद हत्या करने की वारदात में शामिल था।
दोनों पर दर्ज थे 90 मुकदमे
आसिफ उर्फ टिड्डा मेरठ के ब्रह्मपुरी क्षेत्र में बनिया वाला खेत रशीदनगर का निवासी था। वह मूल रूप से गाजियाबाद के भोजपुर के कलछीना गांव का था। उसके खिलाफ यूपी, उत्तराखंड और दिल्ली में 65 मुकदमे दर्ज थे। इसकी हिस्ट्रीशीट ब्रह्मपुरी थाने में 74-ए नंबर से खुली हुई है। वहीं, दीनु निवासी खिवाई थाना सरूरपुर के खिलाफ 25 मुकदमे दर्ज थे। आरोपी की थाने में हिस्ट्रीशीट नंबर 298-ए भी 2009 से खुली थी।
एएसपी, एसटीएफ ब्रिजेश सिंह का कहना है कि एसटीएफ और मुरादाबाद पुलिस ने ज्वाइंट ऑपरेशन में एक लाख के इनामी आसिफ और 50 हजार दीनू को मुठभेड़ में घेर लिया था। दोनों को गोलियां लगी थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। दोनों को डॉक्टर ने मृत घोषित किया है।
