Wednesday, November 12

यूपी में दूसरा सबसे प्रदूषित शहर बना मेरठ, AQI 562 पार, हवा हुई और भी खतरनाक

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मेरठ 11 नवंबर (प्र)। जनपद में हवा की गुणवत्ता लगातार बदतर बनी हुई है। लगातार तीसरे दिन मेरठ प्रदेश का दूसरा सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर रहा। नोएडा पहले नंबर पर रहा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा शाम चार बजे जारी सूची में मेरठ में एक्यूआइ 353 और नोएडा में 366 रहा। मंगलवार सुबह 8:00 बजे तक www.aqi.in वेबसाइट के अनुसार, मेरठ का रियल टाइम एक्यूआई 562 दर्ज किया गया.

मेरठ में पिछले तीन दिनों से देर शाम से लेकर दोपहर 12 बजे तक हवा की गुणवत्ता गंभीर स्थिति में रह रही है। पल्लवपुरम में रविवार रात तीन बजे बजे सोमवार को दोपहर 12 बजे तक अधिकांश समय पीएम 2.5 की मात्रा 400 से 480 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर के बीच बनी रही। यह सीवियर या अत्यंत गंभीर स्थिति का सूचक है।

शहर में AQI का हाल
गंगानगर में मंगलवार को 483, जयभीम नगर में 581 और पल्लवपुरम फेज टू में 521 आंकड़े दर्ज हुए है.

जयभीम नगर में बुरा हाल रहा। पीएम 2.5 की सुरक्षित मात्रा सीपीसीबी के मानकों में 60 है। सड़कों पर उड़ रही धूल, वाहनों से निकलने वाला धुआं और जगह जगह जल रहे कूड़े के ढ़ेर से हवा अत्यंत प्रदूषित है। रविवार को रात नौ बजे दिल्ली रोड, रेलवे रोड, टीपी नगर में धुंध की चादर छायी नजर आई।

कृषि विवि के वैज्ञानिक डॉ यूपी शाही ने कहा कि जैसे-जैसे ठंड बढ़ेगी, हवा की गुणवत्ता और गिर सकती है, क्योंकि ठंडी हवा में प्रदूषक तत्व नीचे जमे रहते हैं। ऐसे में नागरिकों को सुबह के समय विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।

डॉ. अरविंद कुमार के अनुसार, वायु प्रदूषण के कारण लोगों को नजला, खांसी, जुकाम, गले में खराश, बुखार, आंखों में जलन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि लोगों को वायु प्रदूषण से बचने के लिए गर्म पेय पदार्थों का सेवन करना चाहिए, जिसमें गुनगुना पानी, लौंग, अदरक, इलायची, काली मिर्च की चाय और काढ़ा शामिल है. इससे फेफड़ों में इंफेक्शन की संभावना कम हो सकती है.

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