Saturday, September 7

संजय दत्त ने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए गया में किया पिंडदान

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गया 12 जनवरी। फिल्म अभिनेता संजय दत्त गत दिवस गया एयरपोर्ट पर पहुंचे. इस मौके पर उनका भव्य स्वागत किया गया. फिल्म अभिनेता संजय दत्त एयरपोर्ट से सीधे विष्णुपद मंदिर पहुंचे. विष्णुपद मंदिर परिसर में अपने दिवंगत पिता सुनील दत्त और मां नरगिस दत्त सहित अपने पितरों का पिंडदान, तर्पण व श्राद्ध कार्य किया. अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति और मुक्ति के लिए पिंडदान और तर्पण किया. बता दें कि संजय दत्त के पिता सुनील दत्त भी एक जाने माने अभिनेता और सांसद रहे. सुनील दत्त का निधन 25 मई 2005 को हो गया था.

संजय दत्त को विष्णुपद पंजाबी धर्मशाला के पंडा देवनाथ हीरानाथ मेहरवाड दाढ़ी वाले ने कर्मकांड को पूरा कराया. उन्होंने पूरे विधि विधान के साथ करीब एक घंटे तक कर्मकांड किया गया. कर्मकांड से पहले फिल्म अभिनेता ने श्राद्ध से जुड़े संकल्प किया. पिंडदान पूरा करने के बाद संजय दत्त चार्टर्ड फ्लाइट से वापस लौट गए. गया में जैसे ही संजय दत्त का आगमन हुआ, लोगों को सूचना मिलते हीं हजारों की संख्या में लोग विष्णु पद पहुंच गए और उनकी एक झलक पाने के लिए लोग आतुर दिखें.

संजय दत्त से पूर्व उनके दादा एवं पिताजी भी गया पहुंचकर अपने पूर्वजों का पिंडदान कर चुके हैं. बताया जा रहा है कि संजय दत्त के दादा दीवान रघुनाथ दत्त देश की आजादी से पूर्व यहां आकर पिंडदान किया था. उसके बाद 1983 के आसपास संजय दत्त के पिता सुनील दत्त ने भी यहां आकर अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान किया था. इस बार स्वयं बॉलीवुड के खलनायक गया पहुंचकर सात पीढ़ियों के आत्मा की शांति के लिए पिंडदान किया.

संजय दत ने पिंडदान की प्रक्रिया पूरा करने के बाद अपने पुरोहितों के 200 साल पुराना बही खाता को देखा अपने पिताजी और दादाजी से जुडे यादें देखकर काफी भावुक हो गये थे. इन्होंने इच्छा जताई है कि भविष्य में उनके पुत्र भी गया आकर सभी पूर्वजों का पिंडदान करें.

वहीं, गया एयरपोर्ट पर फिल्म अभिनेता संजय दत्त ने कहा कि वह भी अयोध्या राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में जाएंगे. आगे उन्होंने कहा कि वह अपने पिता का पिंडदान करने गया पहुंचे हैं. बताया जाता है कि उन्होंने गयापाल पंडा अमरनाथ मेहरवार के सानिध्य में पिंडदान सहित अन्य कर्मकांड किया.

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