Sunday, December 22

स्वरचित विवादों में रहकर सस्ती लोकप्रियता हासिल करना सौरभ जैन सुमन का एकमात्र लक्ष्य: सुदीप जैन

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मेरठ, 27 सितंबर (प्र)। विश्व श्रमण संस्कृति श्रीसंघ के राष्ट्रीय महामंत्री सुदीप जैन व राष्ट्रीय संयोजक अक्षय जैन अरिहंत ने ट्रांसपोर्ट नगर स्थित श्रीसंघ के कार्यालय पर आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए अपने और साथियों के खिलाफ 20 जून 2024 को सदर थाने में दर्ज हुई एफ.आई.आर संख्या 0114 को झूठी और बेबुनियाद बताया। सुदीप जैन ने कहा कि विचारधारा की भिन्नता से खिन्न सौरभ जैन सुमन द्वारा किसी न किसी रूप में प्रताडित किया जा रहा है। सुदीप जैन ने कहा कि प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री व भाजपा के लिए गाना गाने की बात को लेकर और भाजपा नेताओं के साथ अपनी नजदीकी दर्शाते हुए समाज, पुलिस, प्रशासन और लोगो पर दबाव बनाकर अपनी कुंठा निकालना चाहते है और क्षेत्र में अपना रुतबा कायम करना चाहते है।

गौरतलब है कि कवि सौरभ जैन सुमन, उमंग गोयल व अन्य ने 20 जून 2024 को सदर थाने में सुदीप जैन, अक्षय जैन अरिहंत, पारस जैन और अतिशय जैन के खिलाफ आई.टी. के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कराया था।
सुदीप जैन ने कहा कि बिना विवेचना और आख्या के सौरभ जैन सुमन ने यह कैसे निर्धारित कर दिया कि उनका फेसबुक पेज उन्होंने हैक किया है और थाने ने भी किस आधार पर नामजदगी की। सुदीप जैन ने आरोप लगाया किसी सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए आये दिन ये ऐसे प्रपंच करते रहते है।

सुदीप जैन ने कहा कि सदर थाने ने यह निराधार एफ.आई.आर किसी के दबाव में की है या सौरभ जैन के साथ उनकी कोई सांठ गांठ है।
सुदीप जैन ने कहा कि साइबर अपराध में मामला थाने के बजाय साइबर शाखा में जाता है और फिर संबंधित सोशल मीडिया कंपनी को भेजकर आख्या मंगाई जाती है जिसके बाद ही यह स्पष्ट हो पाता है कि यह अपराध किसने किया।

सुदीप जैन ने कहा कि लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है और यह अधिकार बाबा साहेब डॉ भीम राव अंबेडकर ने हर भारतीय को वरदान के रूप में भारतीय संविधान के अंतर्गत मौलिक अधिकार के रूप में प्रदत्त किया है। उन्होंने कहा कि क्या सरकार का, मोदी जी या योगी जी का गुणगान करने पर उनको किसी के खिलाफ भी झूठा मुकदमा करने या किसी को भी प्रताड़ित करने का लाईसेंस मिल गया है। ऐसे लोग अपने संपर्को का प्रभाव दिखाकर दूसरों को अनावश्यक परेशान करते है और जिस कारण पार्टी की भी छवि धूमिल होती है।

सुदीप जैन ने कहा कि वह अपने जैन धर्म तीर्थ और संस्कृति के संरक्षण की लडाई लड़ रहे है। सुदीप जैन ने कहा कि हमारा नारा है कि जो हमारे साथ है हम उनके साथ है। उन्होंने कहा कि यदि वे भाजपा नीतियों के विरोधी है और उनके पास विरोधी होने के अपने तर्क है तो इसका मतलब ये नहीं कि उनके ऊपर झूठे मुकदमे दर्ज कराये जायेंगें। सुदीप जैन ने कहा कि आरएसएस प्रमुख आदरणीय मोहन भागवत जी ने भी कहा था कि विपक्ष भी एक प्रतिपक्ष होता है।

सुदीप जैन ने कहा कि उन्होंने सौरभ सुमन को किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ट्रोल नहीं किया। सुदीप जैन ने कहा कि चाहे सौरभ जैन सुमन ने इर्ष्यावश किया हो, चाहे किसी का मोहरा बन किया हो, चाहे सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए किया हो, सुरक्षा पाने के लिए किया हो, राजनीति में स्थान बनाने के लिए किया हो, हर दृष्टिकोण से यह एक घिनौना कृत्य है जिसकी जितनी निंदा की जाए कम है। मैं भारतीय जनता पार्टी से भी आग्रह करूँगा कि ऐसे लोगों से दूरी बनाकर रखे क्योंकि ये लोग इस तरह के कामों से नकारात्मकता फैला रहे है।

सुदीप जैन ने कहा कि सौरभ जैन सुमन की इस हरकत से उनकी व अन्य सभी की छवि समाज में खराब हुई है तथा सौरभ जैन द्वारा सामूहिक चरित्र हनन किया गया है। सुदीप जैन ने बताया कि 30 जून 2024 की प्रेस वार्ता में उन्होंने सौरभ जैन सुमन व उनके साथियों को मानहानि का नोटिस भेजने की जानकारी दी थी। उसके 2 महीने के बाद 4 सितंबर 2024 को न्यायालय में वाद दायर कर दिया गया जिसकी सुनवाई अब 9 अक्टूबर को होगी। सुदीप जैन ने कहा कि अपने ही बनाए जाल में स्वयं को फंसता देख सौरभ जैन सुमन मनगडंत पटकथा रच रहे है। अगर उनको अपनी गलती का अहसास हो गया था तो उन्होंने जिस तरह हमारा सार्वजनिक रूप से सामूहिक चरित्र हनन किया था तो उसी तरह खेद प्रकट कर दिया होता।

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