मेरठ 16 दिसंबर (प्र)। मेरठ के गांव रोहटा में दलितो/चर्मशोधको के साथ हो रहे पुलिसिया उत्पीड़न के खिलाफ शोषित क्रांति दल के कार्यकर्ताओं ने मेरठ महानगर अध्यक्ष वरुण कुमार के नेतृत्व में मेरठ कमिश्नर ऑफिस पर धरना प्रदर्शन कर मंडल आयुक्त को संबोधित ज्ञापन अपर आयुक्त आईएएस जसजीत कौर को सौंपा।
ज्ञापन में कहा कि हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी का कहना है कि दलित सरकार के एजेंट में शीर्ष पर है, प्रधानमंत्री जी स्वरोजगार/कुटीर उद्योग/सूक्ष्म उद्योग की समय-समय पर वकालत करते रहते हैं इनको बढ़ावा देने के लिए तमाम योजनाएं संचालित कर रखी हैं।
सदर तहसील के गांव रोहटा में सन 1950 से सरकार द्वारा आवंटित/घोषित जमीन पर रोहटा गांव में दलित समाज के लोग चर्म शोधन का कार्य कर अपना जीवन यापन करते आ रहे हैं।
वर्तमान में उक्त जमीन पर गोपीचंद, रमेश चंद्र, महकर सिंह, रॉकी,बिट्टू, सत्येंद्र अपने अनेको मजदूरों के साथ चर्म शोधन का कार्य करते हैं रोहटा के सामंती सोच के व्यक्ति अनिल कुमार, अमरपाल सिंह व सचिन आदि ने चरमशोधन इकाई के आसपास कृषि भूमि पर व्यावसायिक भवन बना रखे हैं इसलिए ही उक्त तीनों व्यक्ति आय दिन प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों से मिथ्या, मनगढ़ंत, शिकायत जातीयद्वेष के कारण करते रहते हैं जो कि एससी एसटी एक्ट के तहत अपराध है।
8 नवंबर 2014 को उप जिला अधिकारी सदर ने बिना दलितों को सुने और बिना पूर्व सूचना के एक पक्षीय चर्म शोधन का कार्य बंद करने का आदेश दे दिया दलितों को उनका समान कच्चा माल आदि समेटने का समय भी नहीं दिया, उस आदेश की आड़ में रोहटा थाने की पुलिस आए दिन चरमशोधन इकाई पर दबिश देकर दलितों का उत्पीड़न करती है और एक महीने से काम नहीं करने दे रही है अर्थात पूर्ण रूप से कम बंद कर दिया है जिस कारण दलितों का बहुत सारा कच्चा माल खराब हो गया है, रोहटा पुलिस दलितों को उनकी इकाई में घुसने भी नहीं दे रही है पुलिस सारा दिन इकाई के बाहर बैठी रहती है।
शोषित क्रांति दल ने ज्ञापन में मांग की कि इस पूरे प्रकरण की जांच अपर आयुक्त स्तर के अधिकारी से कराई जाए और दोषियों के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्यवाही हो तथा सामंती सोचकर अनिल कुमार, अमरपाल सिंह, सचिन आदि के विरुद्ध एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत हो तथा इनके द्वारा कृषि भूमि पर बनाए गए व्यावसायिक भवनों पर तत्काल बुलडोजर चलाया जाए।
इस अवसर पर मुकेश प्रधान, गजेंद्र सिंह, उमेश प्रजापति, आलोक वर्मा, सुभाष गुर्जर,मुकेश कश्यप, ठाकुर किरणपाल सिंह, पीपन भड़ल,नितिन काले, अजय गौतम, गौरव वर्मा,बिट्टू गौतम, गोपीचंद, नीरज पावटी,रमेश चंद्र आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।