Wednesday, November 12

अक्तूबर में टूटना शुरू हो जाएगा सोहराबगेट बस अड्डा, बनेगा मॉडल

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मेरठ 08 सितंबर (प्र)। गढ़ रोड स्थित सोहराबगेट रोडवेज बस अड्डा अक्तूबर माह से टूटना शुरू हो जाएगा। इसके बाद यहाँ की सभी रोडवेज बसें शहर में अलग स्थान से चलेंगी। परिवहन निगम के अधिकारियों ने मेरठ डिपो और गांधी आश्रम की खाली पड़ी जमीन पर सोहराबगेट बस अड्डे के लिए प्रस्ताव तैयार किया है। मेरठ डिपो की जमीन से एनसीआरटीसी का सामान हटाना शुरू कर दिया है।

प्रदेश सरकार ने सोहराबगेट बस अड्डे को हवाई अड्डे की तर्ज पर बनाने का निर्णय लिया है। यह बस अड्डा पीपीपी मॉडल पर तैयार किया जाएगा। बस अड्डे के निर्माण का ठेका एक प्राइवेट कंपनी को दे दिया गया है। सोहराबगेट से लखनऊ, मुरादाबाद, आगरा, बुलंदशहर, हापुड़, राजस्थान आदि स्थानों के लिए 200 बसें चलती हैं।

मॉडल बस अड्डा निर्माण शुरू होने से पहले रोडवेज बस अड्डे की पुरानी बिल्डिंग को गिराया जाएगा। इसके लिए निर्माण कंपनी उप्र परिवहन निगम के अधिकारियों को बस अड्डे की जमीन खाली करने के लिए पत्र लिख चुकी है पूरा प्रशासन बस अड्डे के लिए जमीन तलाश में जुट रहा है। अब से पहले कई स्थानों पर सोहराबगेट बस अड्डा संचालन के प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजे जा चुके हैं।

इन स्थानों से बस संचालन के लिए बने हैं प्रस्ताव
परिवहन निगम के अधिकारियों ने प्रशासन के साथ मिलकर अस्थाई सोहरागेट बस अड्डा संचालन के लिए मवाना, लोहियानगर, दिल्ली रोड भैसाली बस अड्डे के निकट मेरठ डिपो की जमीन और गढ़ रोड पर ही गांधी आश्रम की खाली पड़ी जमीन का निरीक्षण करके प्रस्ताव तैयार कर चुके हैं। परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक संदीप नायक का कहना है कि प्राथमिकता पर गांधी आश्रम और मेरठ डिपो की जमीन को लिया जा रहा है। दोनों स्थानों से बसों का संचालन नहीं होगी। दीपावली से पहले सोहराब गेट शुरू होने पर यात्रियों को भी कोई परेशानी बस अड्डा खाली कर दिया जाएगा।

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