खेलों को बढ़ावा देने और ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए सरकारें प्रयास करती नजर आ रही है। यूपी सरकार द्वारा मेरठ में मेजर ध्यानचंद स्पोर्टस विवि बनाया जा रहा है। कुलाधिपति के रूप में इसकी कमान सेना के अफसर को दी गई है। निर्माण का काम भी चल रहा है। विधायकों से लेकर सीएम और खेल मंत्री इसके निरीक्षण के आते हैं। बीते दिनों प्रदेश के खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव इसका निरीक्षण करने पहुंचे और खेल सचिव सुहास एलवाई को सलावा में निर्माणाधीन इस खेल विवि में निर्माण कराने के साथ सलाह दी गई कि डबल शिफ्ट में काम कराया जाए। मंत्री की सलाह पर कोई शक नहीं है कि वो जल्दी इसे शुरू कराना चाहते हैं मगर आए दिन जो इमारतों के ढहने की खबरें मिलती हैं और विशेषज्ञों द्वारा बताया जाता है कि निर्माण में लापरवाही बरती गई। इसलिए मेरा सुझाव है कि डबल शिफ्ट में काम कराकर इसे पूरा ना कराया जाए क्योंकि यहां खिलाड़ी प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे और देश का नाम रोशन करेंगे। भगवान किसी के साथ अनहोनी ना लाए लेकिन संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता इसलिए खेल विवि का निर्माण तो जल्द हो लेकिन डबल शिफ्ट या लापरवाही इसके लिए ठीक नहीं है। रात्रि में काम करने में लापरवाही की संभावनाएं बनी रहती है भ्रष्टाचार से भी इनकार नहीं किया जा सकता। जैसा सुनने को मिलता है कि काम में लगे लोग कागजी खानापूर्ति ज्यादा करते हैं। इसलिए इसे पूरा करने की जो तारीख 14 अगस्त है उसमें भले देर हो जाए लेकिन किसी भी तरह से पीएम और सीएम की खिलाड़ियों को बढ़ावा देने की नीति प्रभावित नहीं होनी चाहिए। इसलिए डबल शिफ्ट ना कर कार्य तेजी से पूरा हो तो अच्छा है।
(प्रस्तुतिः- रवि कुमार बिश्नोई संपादक दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)
खेल मंत्री जी ध्यानचंद खेल विवि का निर्माण जल्दी और गुणवत्तापूर्ण हो लेकिन डबल शिफ्ट में नहीं
Share.