Saturday, July 12

श्रीलंकाई सिविल सेवा अधिकारियों ने जाना मेरठ का इतिहास

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मेरठ 09 जुलाई (प्र)। श्रीलंका के लगभग 50 सिविल सेवा अधिकारियों ने मंगलवार को मेरठ जिले का भ्रमण किया। विकास भवन में स्वागत कार्यक्रम के बाद जिले की विरासत और इतिहास पर वार्ता हुई। इसके बाद सभी ने मोहिउद्दीनपुर का भ्रमण किया और ग्रामीण व्यवस्थाओं को जाना। यह दौरा भारत-श्रीलंका के बीच प्रशासनिक अनुभवों के आदान-प्रदान की दिशा में सराहनीय पहल रहा।

श्रीलंकाई सिविल सेवा अधिकारियों के लिए विकास भवन सभागार में कार्यक्रम हुआ। डीएम की ओर से मुख्य विकास अधिकारी नूपुर गोयल ने सभी का स्वागत किया। शुरुआत मेरठ के ऐतिहासिक गौरव 1857 की प्रथम स्वतंत्रता क्रांति की जानकारी से हुई। मुख्य विकास अधिकारी ने श्रीलंकाई अधिकारियों को जिला प्रशासन की संरचना, कार्यप्रणाली और विभिन्न विभागों की कार्यशैली के बारे में जानकारी दी। डीएम एवं सीडीओ के कर्तव्यों, ग्राम पंचायत से लेकर जिला स्तर तक के प्रशासनिक कार्यों तथा निर्णय प्रक्रिया को सरल भाषा में समझाया। पंचायत विभाग के तहत किए जा रहे कार्यों और संचालित प्रमुख जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी साझा की। पेंशन योजना, पेयजल योजना, मनरेगा, एनआरएलएम, प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन और मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के बारे में बताया। कार्यक्रम के बाद श्रीलंकाई अधिकारियों को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।

श्रीलंकाई सिविल अधिकारी मोहिउद्दीनपुर भ्रमण को पहुंचे। यहां प्राथमिक स्कूल, आयुष्मान आरोग्य मंदिर, ग्राम पंचायत कार्यालय, कूड़ा संग्रह केंद्र और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान योजना अंतर्गत बने सीएससी सेंटर का भ्रमण किया। एसडीएम सदर दीक्षा जोशी ने बताया मोहिउद्दीनपुर जनपद का इकलौता गांव है, जहां बहुआयामी विकास कार्य धरातल पर प्रभावी रूप से क्रियान्वित हो रहे हैं। परियोजना अधिकारी सुनील सिंह, समाज कल्याण अधिकारी सुनील सिंह, डीपीआरओ वीरेंद्र सिंह, अर्थ एवं सांख्यिकी अधिकारी पंकज कुमार रहे।

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