मेरठ 25 अक्टूबर (प्र)। पुलिस ने ट्रांसफार्मर और बिजली के उपकरण चोरी करने वाले गिरोह का राजफाश किया है। गिरोह में सामान खरीदने वाला मोदीनगर का एक बड़ा कारोबारी विनय गुप्ता भी शामिल है। पुलिस ने गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर लाखों की कीमत का सामान बरामद किया है।
एसपी देहात कमलेश बहादुर ने बताया कि सोमवार को गंगनहर पटरी पर भोला झाल चौराहे पर जानी थाना पुलिस ने अंकित, विशाल और रोहित को ट्रांसफार्मर और केबल चोरी करते पकड़ा था। इनके पास से बिना नंबर प्लेट की बाइक और कार भी बरामद हुई थी। पकड़े गए आरोपितों ने बताया कि ये अपने साथी मोहित, सलमान, फरीद, साजिद अलवी, कुनाल, अंकित कश्यप, फरीद के साथ मिलकर मेरठ, मुरादाबाद, नोएडा, गाजियाबाद तथा सोनीपत के ग्रामीण इलाकों से नलकूपों पर रखें ट्रांसफार्मर और बिजली के तार चोरी करते थे। दो सप्ताह पहले इन्होंने रासना, मीरपुर और रोहटा गांव के जंगल से ट्रांसफार्मर चोरी किए थे। इनकी निशानदेही पर ट्रांसफार्मर की क्वाइल और तेल गन्ने के खेत से बरामद किया गया। पूछताछ में तीनों ने बताया कि ये वसीम को सामान बेच देते थे, जो इस सामान को बर्तन कारोबारी एवं कबाड़ी अंकित गोयल को बेचता था। अंकित सभी सामान को विनय गुप्ता को बेचता था । विनय इस गिरोह से करोड़ों की कीमत का सामान खरीदकर अपनी फैक्ट्री में गला चुका है। पुलिस ने उसको भी मुकदमे में आरोपित बनाया है।
पकड़े गए ये आरोपित: अंकित गोयल पुत्र राकेश गोयल लपुत्र निवासी शिव मंदिर वाल गली पुराना बाजार बक्सर थाना सिंभावली हापुड़। हाल निवासी फ्लैट नंबर 107 सूरज सिटी फफराना रोड मोदीनगर गाजियाबाद ।
विशाल पुत्र रतन पाल उर्फ बबली निवासी ग्राम छज्जूपुर थाना परतापुर ।
रोहित कश्यप पुत्र बिजेंद्र कश्यप निवासी ग्राम भनैडा थाना मोदीनगर गाजियाबाद
वसीम पुत्र मईनुद्दीन निवासी हरमुखपुरी थाना मोदीनगर गाजियाबाद
अंकित कश्यप पुत्र ओमी निवासी ग्राम डाबका थाना कंकरखेडा ।
ये सामान हुआ बरामद: 10 क्वाइल ट्रांसफार्मर, कन्डक्टर वायर केबलद – 40 मीटर, दो गोल कैन (क्षमता 20 लीटर) कुल 40 लीटर ट्रांसफार्मर का तेल, सफेद धातु के तार (विजल कंडेक्टर) लगभग 20 मीटर, लोहे की क्लिप – 12, एक स्टार्टर ।
विधायक की आपत्ति पर हरकत में आई पुलिस: जिला पंचायत की बैठक में सरधना से समाजवादी पार्टी के विधायक अतुल प्रधान ने ट्रांसफार्मर चोरी का मुद्दा उठाया था। इसके बाद ऊर्जा निगम ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए शासन को पत्र भेजकर दो साल में चोरी हुए ट्रांसफार्मर का ब्योरा पेश किया था । इस पर शासन ने पुलिस को फटकार लगाई। इसके बाद मामले में एसएसपी ने संज्ञान लेकर पुलिस टीम को लगाया था ।