मेरठ, 17 मई (प्र)। सीसीएसयू प्रशासन ने एनईपी-2020 के अन्तर्गत संचालित बीए, बीएससी-बीकॉम पाठ्यक्रमों में सत्र 2025-2026 में प्रवेश लेने वाले छात्र-छात्राओं के लिए गाइड लाइन जारी की है। छात्र-छात्राएं अपने अथवा अन्य संकाय के उपलब्ध विषयों से माइनर विषय का चयन कर सकेंगे। माईनर विषय का अध्ययन छात्रों द्वारा केवल विषम सेमेस्टर अर्थात प्रथम एवं तृतीय सेमेस्टर के साथ किया जायेगा।
उपर्युक्त व्यवस्था में माइनर विषय को 6 क्रेडिट आवंटित किये गये हैं, इसलिए छात्र माइनर विषय के रूप में अपने दो मेजर विषयों को छोड़कर महाविद्यालय में संचालित अन्य किसी मेजर विषय का अध्ययन माइनर विषय के रूप में कर सकेंगे।
अलग से माइनर विषय का पाठ्यक्रम तैयार करने तथा उसका पठन-पाठन कराने की आवश्यकता नहीं होगी। अगर एक ऐसा छात्र जो गणित एवं भौतिक विज्ञान विषयों का चयन मेजर विषय के रूप में करता है तो वह अन्य छात्रों हेतु उसी सेमेस्टर में चलाये जा रहे रसायन विज्ञान विषय के प्रश्न पत्र का अध्ययन माइनर विषय मे रूप में कर पायेगा।
इस प्रकार चयनित किया गया माइनर विषय किसी अन्य छात्र का मेजर विषय होगा इसलिए माइनर एवं मेजर विषय का प्रश्नपत्र एक ही होगा। यदि किसी विषय में प्रयोगात्मक परीक्षा सम्मिलित है तो वह भी माइनर विषय के रूप में अध्ययन करने वाले छात्र को पूर्ण करना अनिवार्य होगा। छात्र को दोनों वर्षों में एक ही विषय का माइनर पेपर लेना अनिवार्य होगा। अर्थात माइनर विषय परिवर्तन का विकल्प उपलब्ध नहीं होगा। वर्तमान में उपलब्ध स्किल डेवलपमेंट कोर्स में से प्रथम से लेकर तृतीय सेमेस्टर तक छात्र सम्बन्धित सेमेस्टर में उपलब्ध विषय का अध्ययन कर पायेंगे।