तेजगढ़ी चौराहे पर व्यापारी सत्यम रस्तोगी के खिलाफ जो घटना घटी वह शर्मनाक तो है ही और भाजपा से जुड़े रहे रस्तौगी समाज और व्यापारियों में कसमसाहट पैदा करने में सक्षम है। घटना का वीडियो वायरल होने और व्यापारी द्वारा दोषियों के खिलाफ एफआईआर कराने के बाद कीर्ति पैलेस चौकी प्रभारी गौरव कुमार सिपाही बृजेश कुमार व अन्य को लाइन हाजिर तो कर दिया गया। ऊर्जा राज्यमंत्री डॉक्टर सोमेंद्र तोमर जिनके कार्यालय के नीचे यह घटना हुई बताई जा रही है का कहना है कि उनका दोषियों से कोई मतलब नहीं है और ना ही विपुल चपराना उनका प्रतिनिधि है। कानून अपना काम करें मेरा इस मामले में कोई लेना देना नहीं है। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने कहा कि मामले में पुलिस की भूमिका को लेकर सीओ को जांच के आदेश दिए गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी। इस घटना पर यूपी के पूर्व सीएम और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट लिखा कि भाजपाई सत्ता के अहंकार में चूर होकर किसी को भी अपमानित करने से नहीं चूकते। भाजपाई ना भूले कि एक ना एक दिन दंभ का अंत होता है। बताते चलें कि पूर्व में भी ऊर्जा राज्यमंत्री का नाम लेकर दोषी द्वारा कुछ घटनाओं को अंजाम दिया गया बताया जा रहा है तथा २२ फरवरी को सोमेंद्र तोमर के सहयोगी बताकर ब्रहमपुरी में एक युवक को पीटाा था जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायलर हुआ था। कार्रवाई ना करने पर लाइन हाजिर किए गए पुलिसकर्मियों के मामले में भाजपा जिलाध्यक्ष शिवकुमार राणा का मत है कि पुलिस प्रशासन को दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए तो दूसरी तरफ व्यापारी घेराव करने की बात कर रहे हैं। तो रस्तोगी समाज में यह घटना काफी गंभीरता से चर्चाओं में है। होगा क्या यह तो वक्त बताएगा लेकिन फिलहाल शास्त्रीनगर के डी ब्लाक निवासी कपड़ा व्यापारी जो तेजगढ़ी चौराहे पर पंजाबी तड़का रेस्टोरेंट में खाना खाने आए थे उनके साथ ऐसी शर्मनाक घटना होना व्यवस्थओं पर सवाल उठा रहा है। दूसरी तरफ ऐसी घटना होने पर सभ्य आदमी घर से नहीं निकलता जबकि दावे इस बात के किए जा रहे हैं कि अब लड़कियां रात में बेखौफ सड़कों पर घूम सकती है। इस घटना के बाद आम आदमी में एक बात सुनी जा रही है कि सांसद मंत्री विधायक सहित सभी जनप्रतिनिधि अपने प्रवक्ता और प्रतिनिधि सोच समझकर चुने और जिन्हें रखा जाए उनकी पहले जांच कराई जाए क्योंकि इससे भाजपा के साथ साथ जनमानस को सुरक्षा और भयमुक्त वातावरण और सम्मान उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत सीएम योगी आदित्यनाथ जी के अभियानों को झटका लग सकता है। आज कुछ लोगों का यह भी कहना था कि सत्ताधारी दल का केंद्रीय नेतृत्व गांव से लेकर राष्ट्रीय कमेटी के पदाधिकारियों को निर्देश दे कि वो दागदार छवि के व्यक्तियों को पार्टी के पदों में स्थान न दे क्योंकि ऐसे लोग संरक्षण मिलते ही अपनी हदें भूल जाते हैं और आम आदमी के साथ कपड़ा व्यापारी जैसा व्यववहार करते हैं और इस घटना ने तो हद ही कर दी कि एक कपड़ा व्यापारी को सरेआम नाक रगड़वाई गई। विवेक रस्तोगी भाजपा के महानगर अध्यक्ष हैं और रस्तोगी समाज बड़े स्तर पर भाजपा के प्रति समर्पित भाव से सहयोग कर रहा है। ऐसे में इस घटना के दोषी की गिरफ्तारी होना बताया जा रहा है लेकिन ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या कार्रवाई होगी वो अंधेरे में ही नजर आ रही है।
(प्रस्तुतिः- रवि कुमार बिश्नोई संपादक दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)
भाजपा से जुड़े रस्तोगी समाज के सम्मानित सदस्य के साथ घटी घटना शर्मनाक तो है ही व्यवस्थाओं पर भी सवाल उठा रही है
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