सरधना 03 मई (प्र)। थाना सरूरपुर क्षेत्र के गांव डाहर में दो माह पूर्व हुई गौरव की हत्या के मामले में आरोपियों द्वारा पीड़ित परिवार पर समझौते का दबाव बनाया जा रहा है। इस मामले में पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने आरोप लगाते हुए बृहस्पतिवार को दलित समाज के पांच परिवार घरों पर ताला लगाकर गांव छोड़कर चले गए। पुलिस ने उन्हें रोकने की काफी कोशिश की, लेकिन पीड़ित परिवार दबंगों के डर से मकान बिकाऊ के पोस्टर चस्पा कर चले गए।
गांव डाहर निवासी अनुसूचित जाति के युवक गौरव पुत्र राकेश का घर के सामने रहने वाली कश्यप समाज की युवती ललिता से प्रेम प्रसंग चल रहा था आरोप है कि ललिता ने त्रिकोणीय प्रेम प्रसंग के चलते गौरव की गत 10 मार्च को बहसूमा थाना क्षेत्र के गांव मोड़ खुर्द के जंगल में हत्या करवा दी थी। पुलिस ने ललिता व उसके दूसरे प्रेमी मोहकम व दोस्त भानू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जबकि गांव के ही भाजपा के स्थानीय नेता के खिलाफ भी पुलिस ने एससी एक्ट में मामला दर्ज किया था, जो अभी तक फरार है।
पीड़ित परिवार का आरोप है कि हत्या आरोपियों के अन्य परिजनों द्वारा समझौते का दबाव बनाकर धमकी दी जा रही है। पुलिस से शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जा रही।
बृहस्पतिवार को मृतक गौरव के पिता राकेश, चाचा रामनिवास, महेंद्र, राजेंद्र व दादी रोशनी समेत लगभग 40 सदस्यीय दलित परिवार गांव छोड़कर चला गया सभी ने घर पर दबंगों के डर से पलायन व मकान बिकाऊ के पोस्टर चस्पा किए। यह लोग गाड़ी में अपने मवेशी व घर का सामान लादकर गांव से चले गए। पलायन की सूचना पर पुलिस पहुंची और पलायन कर रहे लोगों को रोकने की कोशिश की लेकिन घंटों तक निवेदन के बाद भी पुलिस विफल रही।
थाना प्रभारी निरीक्षक अखिलेश कुमार गौड का कहना है कि हत्या के मामले में मृतक गौरव के परिजनों की तहरीर पर एससी एक्ट का मामला दर्ज है। पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप गलत है।