मेरठ 06 जनवरी (प्र)। मेरठ के मवाना में शुक्रवार को एसडीएम कार्यालय में खुद को आग लगाकर आत्मदाह का प्रयास करने वाले किसान का बेटा आकाश शनिवार को टावर पर चढ़ गया। बेटे का आरोप है कि भाजपा के राज्यमंत्री और स्थानीय विधायक दिनेश खटीक ने उसके पिता की जिंदगी और फसल के नुकसान के कीमत महज 2 लाख रुपए आंकी है। यह कहां का न्याय हैं। बता दें कि अभी तक पीड़ित किसान जगवीर की हालत गंभीर है। वो मेरठ के प्राइवेट न्यूटिमा हॉस्पिटल में भर्ती है।
हस्तिनापुर क्षेत्र के अलीपुर मोरना गांव में वन विभाग द्वारा भूमि खाली करने से नाराज किस जगबीर ने शुक्रवार को तहसील प्रांगण में अपने ऊपर पेट्रोल छिड़क कर आग लगाकर आत्मदाह का प्रयास किया था। जिसमें वह 70 प्रतिशत जल चुका था। इस बात से गांव में आक्रोश है सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण तहसील पहुंचकर घेराव कर न्याय मांग रहे थे, जिसकी सूचना प्रशासनिक अधिकारियों को लगी। सूचना मिलते ही एसडीएम अखिलेश यादव थाना प्रभारी विजय बहादुर गांव में पहुंचे, जहां उन्होंने ग्रामीणों से इस विषय पर बातचीत की।
वहीं गांव में तनाव की स्थिति देखते हुए भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है। बताया जा रहा है कि किसान की हालत नाजुक बनी हुई है। दोपहर बाद मंत्री दिनेश खटीक भी अलीपुर मोरना पहुंचे और ग्रामीणों से बातचीत की। इस दौरान मौके पर भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।
इस मामले में एसडीएम अखिलेश यादव ने ग्रामीणों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। साथ कहा कि इस मामले में निष्पक्षता से पूरी जांच कराई जाएगी। वहीं सैकड़ों ग्रामीण तहसील जाने की जिद पर अड़े हुए थे। एसडीएम अखिलेश यादव और थाना प्रभारी विजय बहादुर ग्रामीणों से बातचीत कर उन्हें समझाने का प्रयास कर रहे हैं।
वहीं, किसान जगबीर के आत्मदाह के प्रयास के मामले में डीएम दीपक मीणा ने जांच बैठा दी है। एडीएम प्रशासन अमित कुमार और एसपी देहात कमलेश बहादुर जांच करेंगे। डीएम ने 48 घंटे में रिपोर्ट मांगी है।
डीएम ने कहा कि अगर कोई दोषी मिला तो सख्त एक्शन होगा। उन्होंने कहा कि पहली प्राथमिकता पीड़ित के बेहतर इलाज की है। डीएम ने कहा कि वन विभाग की जमीन पर अतिक्रमण की शिकायत थी, जिससे अतिक्रमण हटाया गया था। किसान जगबीर जमीन की दोबारा से पैमाइश की एप्लीकेशन लेकर पहुंचे थे, लेकिन जांच और कार्रवाई से पहले ही आत्मदाह कर लिया। जांच में किसी की लापरवाही मिली तो सख्त एक्शन होगा।
अलीपुर मोरना गांव में किसान जगबीर के घर पर गांव के साथ-साथ आसपास के क्षेत्र के सैकड़ो लोग पहुंच चुके हैं, जो लगातार वन विभाग और इस मामले में दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई कर रहे हैं। उनका कहना है कि वन विभाग के अधिकारियों द्वारा लगातार किसानों का शोषण किया जा रहा है। इस अवसर पर राज्य मंत्री दिनेश खटीक में पहुंचकर परिजनों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
एडीएम प्रशासन अमित कुमार, एसडीएम अखिलेश यादव,एसपी देहात कमलेश बहादुर, सीओ सौरभ साहित आसपास के कहीं थानों की पुलिस फोर्स मौके पर है। शासन प्रशासन के अधिकारी लगातार ग्रामीण और परिजनों को समझा बूझकर हर संभव मदद का आश्वासन दे रहे हैं लेकिन ग्रामीण लगातार इस मामले के दोषियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
राज्य मंत्री दिनेश खटीक में कहा कि इस मामले में जगबीर की हर संभव मदद की जा रही है, अगर वन विभाग के अधिकारी दोषी है तो उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस अवसर पर ब्लॉक प्रमुख नितिन पोसवाल ने कहा कि वन विभाग के अधिकारियों के द्वारा लगातार क्षेत्र के किसानों का शोषण किया जा रहा है जिनके खिलाफ कोई अधिकारी कार्रवाई करने को तैयार नहीं है। यही कारण है कि आज जगबीर को आत्महत्या जैसा कदम उठाना पड़ा। फिलहाल सुरक्षा व्यवस्था को संभालने के लिए सैकड़ो पुलिसकर्मी मौके पर हैं।