मेरठ 16 मई (प्र)। जागृति विहार सेक्टर नौ में मेरठ पेयजल योजना के तहत बनाई गई टंकी करीब 13 साल से पानी की एक बूंद के लिए तरस रही है। करोड़ों रुपये खर्च कर बनाई गई यह टंकी देखरेख के अभाव में जर्जर हो गई है। इसमें दरारें पड़ रही हैं। यहां स्थापित नलकूप भी चालू हालत में नहीं है। टंकी भरने के लिए लगी आधी पाइप गायब हो चुकी है। नगर निगम ने बंद पड़ी पानी की टंकी को चालू कराने के बजाय सरायकाजी वार्ड 18 की 30 हजार से ज्यादा आबादी को वार्ड 14 जागृति विहार सेक्टर सात की टंकी की जलापूर्ति के भरोसे छोड़ दिया है। लोग पेयजल किल्लत झेल रहे हैं, लेकिन निगम के अधिकारी उनकी समस्या पर ध्यान नहीं दे रहे। गर्मी में पेयजल मांग बढ़ने से समस्या विकराल होती जा रही है। इसे लेकर लोगों में रोष व्याप्त है।
मामला वार्ड 18 सराय काजी का है। इस वार्ड में जलापूर्ति की व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए वर्ष 2012 में मेरठ पेयजल योजना के तहत जागृति विहार सेक्टर नौ के पार्क में 1000 किलोलीटर क्षमता की पानी की टंकी का निर्माण उत्तर प्रदेश जल निगम द्वारा किया गया था। उस वक्त टंकी निर्माण और पेयजल लाइन डालने पर करीब तीन करोड़ रुपये खर्च हुए थे। टंकी को गंगाजल की मेन पाइपलाइन से जोड़ने की योजना थी। भोला की झाल स्थित 100 एमएलडी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से शहर के 22 वार्डों में गंगाजल पहुंच रहा है, लेकिन जागृति विहार सेक्टर नौ की पानी टंकी सूखी पड़ी है। 13 साल से वार्ड 18 सरायकाजी की 30 हजार से ज्याद की आबादी टंकी से जलापूर्ति चालू होने का इंतजार कर रही है। गंगाजल तो छोड़िए यहां स्थापित नलकूप से भी पेयजल आपूर्ति नहीं की गई। नगर निगम वैकल्पिक व्यवस्था के तहत यहां वार्ड 14 जागृति विहार सेक्टर सात स्थित टंकी से जलापूर्ति कर रहा है। इससे सेक्टर सात में भी पेयजल आपूर्ति का प्रेशर कम हो गया है। दूसरी-तीसरी मंजिल पर पानी न चढ़ने की समस्या बनी हुई है।
वार्ड 14 की पार्षद व स्थानीय लोगों में भी रोष
वार्ड 14 जागृति विहार सेक्टर सात की पार्षद गुंजन और स्थानीय निवासियों में भी रोष है। उनका कहना है कि यदि जागृति विहार सेक्टर नौ की पानी टंकी चालू हो गई होती तो गर्मी में सरायकाजी वार्ड को भी भरपूर पानी मिलता और वार्ड 14 जागृति विहार के लोग भी पेयजल किल्लत का सामना ना करते। नगर निगम की लापरवाही से एक टंकी का पानी दो वार्डों में बंट गया है। बार-बार नगर निगम व जलनिगम अधिकारियों से मांग की जा रही है, लेकिन समस्या का कोई निदान नहीं हो रहा।
नगर आयुक्त सौरभ गंगवार का कहना है कि यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं था। जलनिगम के अधिकारियों से बात की जाएगी। कारण जानकर व निरीक्षण कर पानी टंकी को जल्द चालू कराने का प्रयास किया जाएगा।