Thursday, December 25

एक करोड़ की चरस के साथ दो तस्कर गिरफ्तार

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मेरठ 23 जून (प्र)। एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स और मेरठ पुलिस ने ज्वाइंट ऑपरेशन में कंकरखेड़ा स्थित फैक्ट्री में चरस तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। दो की गिरफ्तारी करते हुए करीब एक करोड़ की चरस बरामद की है। बिहार के बेतिया से चरस तस्करी कर आयुर्वेद की दवाओं में छिपाकर मेरठ लाई गई थी। चरस कांवड़ यात्रा के दौरान वेस्ट यूपी और उत्तराखंड में ऊंची कीमतों में बेचने की प्लानिंग थी। कंकरखेड़ा में वाटर बॉटल पैकिंग प्लांट के अंदर से गिरोह धंधा चला रहा था। कंकरखेड़ा थाने में मुकदमा दर्ज कराया है और बिहार के सप्लायर की तलाश की जा रही है।

एएनटीएफ यानी एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स को बिहार से चरस तस्करी कर मेरठ लाने वाले गिरोह का इनपुट मिला था। पता चला कंकरखेड़ा में जटौली पावली रोड एबीएस ट्रेडर्स फैक्ट्री में यह माल लाया जाता है। रेकी शुरू की गई। वाटर प्लांट पल्लवपुरम निवासी सतेंद्र उपाध्याय चला रहा है। रविवार सुबह करीब 11 बजे एएनटीएफ और कंकरखेड़ा पुलिस ने यहां छापा मारकर सतेंद्र और राजीव शर्मा निवासी पल्लवपुरम फेस-2 डबल स्टोरी को दबोच लिया। दोनों स्कूटी पर चरस लेकर फैक्ट्री पर आए थे और ऑफिस में छिपाकर रखा था। आरोपियों से 10 किलोग्राम चरस पकड़ी गई, जिसकी कीमत करीब एक करोड़ रुपये है। बताया कि बिहार के बेतिया निवासी राजू गुप्ता से चरस खरीदकरलाई गई थी। जिसे यूपी-उत्तराखंड में चरस सप्लाई देते थे।

एसपी सिटी ने बताया सतेंद्र, पुलिस को गुमराह करता रहा और बताया बरेली कॉलेज के पास से सामान लेकर आया है। पूछताछ में खुलासा हुआ सतेंद्र के पास आयुर्वेदिक दवाओं की सप्लाई और बिक्री का लाइसेंस है। इसी की आड़ में धंधा चल रहा था। आरोपी 20 जून को बस से मुरादाबाद गए थे। यहां से दोनों ट्रेन से बेतिया पहुंचे और होटल में रुके। व्हाट्सएप कॉल पर राजू गुप्ता निवासी बेतिया से बातचीत की और माल की डिलीवरी ली। इसके बाद कुछ आयुर्वेदिक दवाओं के बीच छिपाकर साथ चरस को बस से मेरठ लाया गया।

15 साल में खड़ा किया करोड़ों का कारोबार
चरस के आरोप में पकड़े गए सत्येंद्र ने 15 वर्षों में करोड़ों का कारोबार खड़ा कर दिया। 2010 में भांग के ठेके लेकर कारोबार करने वाले सत्येंद्र ने 2014 में अवैध गांजा तस्करी और चरस का कारोबार शुरू किया। सत्येंद्र ने मेरठ से लेकर अन्य प्रदेशों में भी संपत्ति जुटा ली। 25 सितंबर 2020 में लालकुर्ती पुलिस ने छापा मारकर सत्येंद्र और उसके साथी राजू चौहान निवासी मवाना को गिरफ्तार कर बड़े घोटाले का खुलासा किया।

एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह का कहना है कि बिहार से मेरठ में चरस की खेप लाई गई थी। एएनटीएफ और कंकरखेड़ा पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर चरस बरामद की है। मुकदमा दर्ज कराया गया है।

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