Saturday, May 31

अंडरट्रेनी दरोगा डेढ़ लाख रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार

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मेरठ 23 मई (प्र)। मेरठ में विजिलेंस की टीम ने कल्याणपुर चौकी पर तैनात अंडर-ट्रेनी दरोगा सनी सिंह को रिश्वत लेते अरेस्ट किया। दरोगा ने डिफेंस ऑफिसर से उसके खिलाफ दर्ज मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगाने के लिए डेढ़ लाख रुपए मांगे थे। कहा कि नहीं दिए तो उल्टी तुम्हारे खिलाफ चार्जशीट लगा दूंगा।

सेना के अधिकारी ने इसकी शिकायत विजिलेंस टीम से की थी। गुरुवार को दरोगा को रुपए देने गया, तो टीम ने रंगे हाथों पकड़ लिया। साथ उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा किया गया।

विजिलेंस की ASP इंदू सिद्धार्थ ने बताया-ओमवीर सिंह आर्य भारतीय सेना के जन सूचना महानिदेशालय में तैनात हैं। उनकी तैनाती फिलहाल कोलकाता नार्थ ईस्ट के क्षेत्रीय मुख्यालय में है। उनके बेटे आदित्य तोमर हल्द्वानी में स्थित नैनीताल बैंक में मैनेजर हैं। आदित्य की पत्नी वंशिका ने 18 फरवरी को दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराया था। आदित्य और ओमवीर के अलावा परिवार के अन्य सदस्य भी आरोपी हैं। विवेचना अंडर ट्रेनी दरोगा सनी सिंह को दी गई। 18 मई को दरोगा ने ओमवीर के घर पहुंचकर जानकारी ली।
टीम ने बताया-दरोगा ने ओमवीर सिंह और बेटे आदित्य से कहा कि मुकदमे में मदद कर दूंगा, पहले आप मुझसे मिल लो। ओमवीर ने मिलने के लिए समय मांगा। अगले दिन शाम को दरोगा फिर उनके घर पहुंचा।

केस खत्म करने के लिए ओमवीर से 3 लाख रुपए मांगे। कहा कि फाइनल रिपोर्ट लगा दूंगा। ओमवीर ने रकम कम करने को कहा। दरोगा डेढ़ लाख रुपए लेने पर सहमत हुआ। इसके बाद ओमवीर विजिलेंस की एएसपी से मिले। आपबीती बताते हुए दरोगा से बातचीत की रिकार्डिंग दी। रिकार्डिंग सुनने के बाद विजिलेंस टीम पूरी तैयारी के साथ ओमवीर के घर पहुंची। ओमवीर ने दरोगा को गुरुवार को रकम लेने अपने घर बुलाया।

विजिलेंस की टीम पहले से ही ओमवीर के घर के बाहर खड़ी थी। दरोगा सनी सिंह को जैसे ही डेढ़ लाख की नगदी दी गई। विजिलेंस की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। रायबरेली का रहने वाला दरोगा 2023 बैच का है। थाने में उसकी पहली तैनाती थी। दरोगा की गिरफ्तारी की सूचना फैलने पर उसके समर्थन में कई लोग थाने पहुंचे। दरोगा गुरब्क्शगंज रायबरेली का रहने वाला है।
शिकायतकर्ता ओमवीर ने बताया-उन्होंने तय कर लिया था कि वो रिश्वत नहीं देंगे, चाहे काम हो या नहीं हो। बल्कि रिश्वतखोर दरोगा को जेल भेजेंगे। बताया कि दरोगा ने कहा था पैसे नहीं दोगे तो तुम्हारे खिलाफ चार्जशीट लगा दूंगा।

जांच में बेशक तुम्हारा पक्ष सही मिला है। लेकिन, चार्जशीट लगाकर इसे खराब कर दूंगा। इसलिए उन्होंने विजिलेंस टीम में शिकायत कर दी थी। विजिलेंस इंस्पेक्टर अंजली शर्मा के नेतृत्व में एक टीम बनी जिसने दरोगा को रंगे हाथों पकड़ा है।

SP सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि अंडर ट्रेनी दरोगा को विजिलेंस टीम ने अरेस्ट किया है। उसने मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगाने के लिए पैसे मांगे थे। उसके खिलाफ मुकदमा भी लिखा गया है।

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