भाजपा में यूपी के अंदर मजबूत कद वाले जाट नेता के रूप में सुर्खियों में रहने वाले मथुरा से भाजपा विधायक और कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायण के द्वारा रालोद के बारे में जो कहा गया वो उनका अपना मत है या भाजपा का वो तो अभी स्पष्ट नहीं है क्योंकि संगठन की ओर से उनका मत का खंडन नहीं किया गया। बताते चलें कि यूपी सरकार और केंद्र में रालोद के मंत्री शामिल हैं अन्य संगठनों में भी उन्हें स्थान प्राप्त है। पीएम या सीएम वेस्ट यूपी में आते हैं तो उनके द्वारा रालोद के संस्थापक पूर्व पीएम. स्व. चौधरी चरण सिंह परिवार के कार्यों की चर्चा जरूर की जाती है। इसके बावजूद चौधरी लक्ष्मीनारायण का यह बयान महत्वपूर्ण है। अगर जल्दी ही बड़े नेताओं का इस बारे में बयान नहीं आया तो मनमुटाव की शुरूआत होने से इनकार नहीं किया जा सकता। इस बारे में बागपत से रालोद सांसद डॉ. राजकुमार सांगवान द्वारा खबरों के अनुसार सीएम योगी आदित्यनाथ और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष से मुलाकात कर अपना रचनात्मक विरोध भी दर्शाया गया। देखना यह है कि चौधरी लक्ष्मीनारायण का रालोद के बारे में आया बयान क्या गुल खिलाता है। क्योंकि 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी के अच्छे परिणाम आएं उसमें रालोद की बड़ी भूमिका होगी क्योंकि एक जमाने में वेस्ट यूपी के साथ साथ पूर्वी उप्र में भी रालोद के कई सांसद और विधायक जीतकर आते रहे। बीते लोकसभा और विधानसभा चुनाव में भाजपा के साथ मिलकर रालोद ने अच्छा प्रदर्शन किया है।
(प्रस्तुतिः- रवि कुमार बिश्नोई संपादक दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)
रालोद के बारे में यूपी के मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायण का बयान भाजपा के सामने खड़ी कर सकता है समस्या
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