Saturday, July 27

सिवाया का ग्राम प्रधान निलंबित, डीएम ने गठित की जांच कमेटी

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मेरठ 25 जनवरी (प्र)। ग्राम पंचायत में हुए विकास कार्यों में वित्तीय अनियमितता के आरोपों की कराई जांच के बाद डीएम ने दौराला विकास खंड क्षेत्र में सिवाया के ग्राम प्रधान को निलंबित कर दिया। साथ ही अंतरिम जांच के लिए तीन अधिकारियों की जांच समिति गठित की है। वहीं विकास कार्य सुचारू रखने के लिए ग्राम पंचायत के तीन सदस्यों की कमेटी बनाई जाएगी।
कंकरखेड़ा निवासी कर्मपाल सिंह ने सिवाया गांव के प्रधान विरेंद्र सिंह पर विकास कार्यों में वित्तीय अनियमितता बरतने के आरोप लगाकर शिकायत की थी। डीएम ने समाज कल्याण अधिकारी विकास पंखुरी जैन और सहायक अभियंता नलकूप रुचिन कुमार को जांच सौंपी थी। दोनों अधिकारियों ने जांच में कई तरह की वित्तीय गड़बड़ी पाई।

जांच रिपोर्ट पर डीएम के निर्देश पर जिला पंचायती राज विभाग ने प्रधान को अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस जारी किए, लेकिन प्रधान संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। इसपर डीएम दीपक मीणा ने वित्तीय एवं प्रशासनिक शक्तियों पर रोक लगाते हुए बुधवार को ग्राम प्रधान को निलंबित कर दिया। साथ ही अंतरिम जांच के लिए डीएसटीओ पंकज कुमार, सीवीओ राजेंद्र शर्मा और लोनिवि के अधिशासी अभियंता प्रांतीय खंड को शामिल कर समिति बनाई है। समिति से दो सप्ताह में रिपोर्ट मांगी गई है।

इस तरह सामने आया गवन : अधिकारियों ने आरोपों की जांच की तो सामने आया कि ग्राम प्रधान द्वारा 38,600 रुपये स्ट्रीट लाइट की मरम्मत पर खर्च किए गए, लेकिन साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किए गए। वहीं, छह हजार रुपये खर्च कर इंजन खरीदा गया, जिसका कोई उपयोग नहीं हो सका। ऐसे ही 1,31,669 रुपये की अन्य वित्तीय गड़बड़ी सामने आई।

“ग्राम प्रधान पर ग्राम विकास निधि में अनियमितता के आरोप थे । जांच में कई तरह की वित्तीय गड़बड़ी सामने आई है। डीएम ने प्रस्तुत रिपोर्ट का अवलोकन कर प्रधान को निलंबित कर दिया है। – रेनू श्रीवास्तव, डीपीआरओ

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