कटड़ा, 09 अक्टूबर। माता वैष्णो देवी की यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को हेलीकॉप्टर सेवा का लाभ उठाने के लिए ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ेंगे। अब एक तरफ से प्रति सवारी 2100 रुपये किराया तय कर दिया है। बढ़ा हुआ किराया शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन 16 अक्टूबर से लागू होगा। मौजूदा समय में प्रति सवारी किराया 1830 रुपये है। वर्ष 2020 में कोरोना का हवाला देकर 1170 से 1830 रुपये किराया बढ़ाया गया था। तीन वर्ष के भीतर किराया लगभग दोगुना कर दिया गया है। मौजूदा समय में दो हेलीकॉप्टर कंपनियां ग्लोबल वैक्ट्रा और हिमालयन हेली सेवाएं मुहैया करवा रहीं हैं। बता दें कि रोजाना करीब दो से ढाई हजार श्रद्धालु सेवा का लाभ उठाते हैं। नवरात्र के लिए पहले से आनलाइन एडवांस बुकिंग करवा चुके श्रद्धालुओं को भी तय हुआ नया किराया जमा कराना होगा।
एक सप्ताह से हेलीकॉप्टर सेवा के लिए टेंडर प्रक्रिया जारी थी। इसमें कई कंपनियों ने टेंडर में भाग लिया था। अंत में सबसे कम किराया होने पर ग्लोबल और हिमालयन के नाम टेंडर रहा। माता वैष्णो देवी के दर्शनों के लिए हर साल 90 से 95 लाख श्रद्धालु आते हैं।
गर्मियों में हेलीकॉप्टर की उड़ानें अधिक होती हैं तो सर्दियों में दिन छोटे होने के कारण यह कम हो जाती हैं। हेलीकॉप्टर सेवा सुबह सात बजे हेलीकॉप्टर सेवा शुरू होकर शाम साढ़े छह बजे तक जारी रहती है।
मांग अधिक रहने और आनलाइन बुकिंग फुल रहने के कारण हजारों श्रद्धालु यात्रा पर नहीं आ पाते। बोर्ड हर तीन वर्ष के उपरांत हेलीकाप्टर सेवा को लेकर टेंडरिंग करवाता है। बीते वर्ष 2020 में कोरोना संक्रमण का हवाला देकर हेलीकाप्टर का किराया 1830 रुपये किया हुआ था। इससे पहले प्रति सवारी एकतरफा किराया 1045 रुपये और कुछ समय बाद इसे 1170 रुपये कर दिया था। तब किराया बढ़ाने का मुख्य कारण फ्यूल के दाम में हो रही बढ़ोतरी भी बताया था। 23 साल से कई हेलीकाप्टर कंपनियों ने सेवाएं दी हैं। वर्ष 2011 से ग्लोबल वैक्ट्रा तो वर्ष 2014 से हिमालयन हेली सर्विसेज सेवा दे रही हैं।
हेलीकाप्टर सेवा में दो वर्ष से नीचे के बच्चों के लिए कोई शुल्क नहीं है। दो वर्ष से ऊपर के बच्चों का किराया बड़ों जैसा है। बुजुर्ग, मरीज या फिर दिव्यांग आदि को इस सेवा में विशेष लाभ दिया जाता है। कटड़ा से हेलीकाप्टर एक समय में छह सवारियों को लेकर उड़ान भरता है जो सांझी छत हेलीपैड पर लैंड करता है। वहां से श्रद्धालु बैटरी कार, पैदल या घोड़ा, पिट्ठू अथवा पालकी आदि का सहारा लेकर भवन जाते हैं।श्रद्धालुओं को वीआइपी दर्शन करने की भी सुविधा प्राप्त होती है। श्रद्धालुओं को आर्मी गेट से एंट्री मिलती है। श्रद्धालु मात्र आधे घंटे के भीतर मां वैष्णो देवी के अलौकिक दर्शन कर लेते हैं। श्राइन बोर्ड द्वारा हेलीकाप्टर सेवा की आनलाइन करीब 50 प्रतिशत बुकिंग रखी गई है। 50 प्रतिशत तत्काल सेवा के लिए बुकिंग निर्धारित की है।