सालभर में गर्मी सर्दी बरसात के मौसम में बरसात के बाद गर्मी जाने से सर्दी आने का संदेश सुबह शाम पड़ने वाली ठंड से मिलने लगा है। १५ दिन पहले तक जो कपड़े बदन पर नहीं सुहाते थे अब वो अच्छे लगने लगे है और नवंबर के पहले सप्ताह से हमारी अच्छे कपड़े पहनने की चाह पूरी होने लगेगी। पिछले साल सर्दी देर से आई थी तो गर्म कपड़ों के व्यापारियों के चेहरे पर मायूसी छाई रही। इस बार सुनने को मिल रहा है कि सर्दी इस बार ज्यादा पड़ेगी उसे ध्यान रखते हुए व्यापारी गर्म कपड़ों का संकलन कर रहे हैं तो इस मौसम में गरीबों व जरूरतमंदों को बांटे जाने वाले गर्म कपड़ों का स्टाक भी व्यापारी जुटा रहे हैं। सर्दी स्वादिष्ठ व्यंजन खाने का मौका होती है। बच्चों का कहना हे कि सर्दी रानी आई है मौज मस्ती साथ लाई है। दोस्तों तीनों मौसम अपने हिसाब से महत्वपूर्ण है और समय से इनका अहसास होता है। इसलिए ना बरसात बुरी है ना गर्मी बस जब यह ज्यादा पड़ती है तो बुरी लगती है लेकिन सर्दी में आप अहतियात बरते तो यह नुकसानदायक नहीं होती। अब तो बढ़िया कपड़े चादरे शॉल और रजाई कंबल इतने गर्म होते हैं कि इन्हें ओढ़कर पुरी रात गुजारी जा सकती है और सब इसकी व्यवस्था अपनी सामर्थ्य अनुसार कर ही लेते हैं। संपन्न व्यक्तियों को तो परेशानी नहीं और मजदूर मेहनत इतनी करता है कि उसे ठंड नहीं लगती। मगर फिर भी ऊपर वाले ने जो व्यवस्था तय की है उससे लड़ने की नहीं सोचना चाहिए। सभी से आग्रह है कि अपने बच्चों व परिवार को सर्दियों में भरपूर मनोरंजन का मौका देने के लिए इससे बचाव के लिए वस्त्र धारण कर ही घर से निकले। जैसा कि अब पिछले एक सप्ताह से हुई बारिश के बाद सुबह और रात में ठंड होती है उससे बचना समय की सबसे बड़ी मांग है इसलिए सर्दी की मार से बचने के उपाय कर लें समयानुकुल। हमारे और आपके लिए आ रही सर्दी रानी का यही संदेश हो सकता है।
(प्रस्तुतिः- रवि कुमार बिश्नोई संपादक दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)
धीरे धीरे आ रही है सर्दी रानी, हो जाएं सावधान
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