मेरठ 06 अगस्त (प्र)। किठौर में एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से मौत हो गई। परिजनों ने मामले को छिपाए रखा और अंतिम संस्कार की तैयारी शुरु कर दी। तभी किसी की सूचना पर पुलिस पहुंच गई और शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी भिजवा दिया। मृतक के ससुरालियों ने हत्या का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। पुलिस ने निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाते हुए उन्हें शांत किया। एक लाइसेंसी राइफल भी कब्जे में ली गई है, जिससे गोली चलना बताया जा रहा है।
मामला नदल्लीपुर गांव का है, जहां प्रभुदयाल का परिवार रहता है। प्रभुदयाल की वर्ष 2015 में मौत हो चुकी है। अब परिवार में पत्नी विशंभरी के अलावा तीन बेटे अनुज, अतुल और अनुराग थे। अनुज की काफी पहले शादी हो चुकी थी। अतुल की शादी डेढ़ वर्ष पहले गढ़मुक्तेश्वर निवासी मोनिका से हुई थी। जबकि अनुराग की शादी नहीं हुई थी।
बताया जाता है कि मंगलवार को विशंभरी अपनी दोनों बहुओं, उनके बच्चों व अनुराग के साथ परीक्षितगढ़ में लगने वाले जाहरवीर बाबा मेले में गई थी। घर पर अतुल व उसका भाई अनुज थे। करीब साढ़े तीन बजे अनुज ने परिवार को फोन कर बताया कि अतुल ने खुद को गोली मार ली है। आनन फानन में परिवार घर आया, जिसके बाद कोहराम मच गया। अनुज ने ही अतुल के ससुराल में सूचना दी लेकिन यह नहीं बताया कि उसकी मौत हो चुकी है।
अनुज के पास लाइसेंसी राइफल थी जो अतुल के शव के पास पड़ी मिली। परिवार ने बिना किसी को सूचना दिए अंतिम संस्कार की तैयारी शुरु कर दी। लेकिन मोनिका ने परिवार को फोन कर दिया। मोनिका के परिजनों ने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी कि शव के अंतिम संस्कार का प्रयास हो रहा है। पुलिस श्मशान घाट पहुंची और शव को कब्जे में लेकर घर आ गई। तब तक पूरा गांव एकत्र हो गया।
दामाद अतुल की मौत की सूचना पर ससुराल पक्ष के लोग गांव पहुंच गए। मोनिका का रो रोकर बुरा हाल था। उसके पिता ने बेटी के जेठ व चचिया ससुर पर दामाद की हत्या का आरोप लगाया। उनका कहना था कि अतुल शादी होने के बाद से अपना हिस्सा मांगता था, जिस कारण घर में गृहक्लेश रहने लगा था।
सीओ किठौर प्रमोद कुमार का कहना है कि मामला संदिग्ध है। पुलिस ने एक लाइसेंसी राइफल कब्जे में ली है। अतुल के ससुराल पक्ष के लोग हत्या का आरोप लगा रहे हैं। उनके द्वारा तहरीर दी जाती है तो पुलिस छानबीन करेगी। फिलहाल शव का पंचनामा भरकर उसे मोर्चरी भिजवा दिया गया है।
