मेरठ 06 अगस्त (प्र)। जानी के सिवालखास में तीन बच्चों की मौत में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार नौ साल की बच्ची मानवी की गला दबाकर हत्या की गई और लाश को पानी में फेंका गया। अन्य दोनों बच्चों को पानी में डुबोकर मारा गया। इस घटना का मुख्यमंत्री ने भी संज्ञान लिया है, जिसके बाद मंगलवार को एडीजी, डीआईजी और एसएसपी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। बिल्डर समेत चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। खुलासे को पांच टीम को लगाया है।
सिवालखास निवासी नौ साल की मानवी, उसका चचेरा भाई 8 साल का सिब्बू और 8 साल का ऋतिक रविवार सुबह घर के पास से लापता हो गए थे। सोमवार सुबह तीनों बच्चों की लाश पानी से भरे प्लॉट में मिली। तीनों बच्चों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट मंगलवार को आई। मानवी की गला दबाकर हत्या किए जाने का खुलासा हुआ। हत्या के बाद उसे पानी में फेंका गया। यौन शोषण की पुष्टि नहीं हुई है। वहीं सिब्बू और ऋतिक की पानी में डूबने से मौत हुई है।
तीन बच्चों की मौत की घटना को लेकर मुख्यमंत्री ने संज्ञान लिया और रिपोर्ट मांगी। मंगलवार दोपहर एडीजी भानु भास्कर, डीआईजी कलानिधि नैथानी और एसएसपी डॉ. विपिन ताडा टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। एसपी देहात डॉ. राकेश कुमार मिश्रा और सीओ सरधना आशुतोष कुमार पहले से ही कार्रवाई में लगे थे। सभी अफसरों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया।
सिवालखास में मंगलवार को पहुंची नगर पंचायत की टीम ने प्लॉट से पानी निकाला। यहां से पुलिस को एक बच्चे की टी शर्ट मिली है। जिस स्थान पर तीनों बच्चों के शव मिले वहां पानी की गहराई की जांच की। हिम्मत के बेटे रितिक की टीशर्ट बरामद हुई है। पुलिस की पांच टीमें कस्बे में नजर बनाए हुए हैं।
एसएसपी डॉ. विपिन ताडा का कहना है कि बच्चों का पोस्टमार्टम डॉक्टरों के पैनल से कराया गया और वीडियोग्राफी कराई गई। बच्ची की मौत गला दबाने से हुई, बाकी दोनों बच्चों की मौत डूबने से हुई है। खुलासे के लिए कई टीम लगाई हैं। सीसीटीवी फुटेज मिली हैं, जांच कराई जा रही है। मुकदमा पहले ही हत्या में दर्ज किया जा चुका है।
बिल्डर पर कसा शिकंजा
जिस जगह तीनों बच्चों की मौत हुई, वहां मुरादनगर का हाजी असलम अमन गार्डन कॉलोनी फेस-3 बना रहा है। ऑफिस निर्माण के लिए मिट्टी उठाई थी, जिस कारण प्लॉट गहरा हो गया और पानी भर गया। पुलिस ने बिल्डर और काम करने वाले तीन लोगों को हिरासत में लिया है। हर बिंदु पर छानबीन की जा रही है। मुकदमे में पुलिस बिल्डर और साथियों को नामजद कर सकती है।
