मेरठ 08 नवंबर (प्र)। सरधना थाना क्षेत्र में एक अस्पताल संचालक से तीन लाख रुपये की रंगदारी मांगने और जान से मारने की धमकी देने का मामला सामने आया है। आरपी लैब के संचालक अनुज कुमार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उनका कहना है कि कुछ लोग उनके निर्माणाधीन अस्पताल को नहीं चलने देने की धमकी दे रहे हैं।
अनुज कुमार पुत्र कुंवरपाल सिंह, निवासी ग्राम गोटका (थाना सरूरपुर खुर्द, जिला मेरठ) हैं। वे बिनौली रोड स्थित जैन हॉस्पिटल के पास आरपी लैब चलाते हैं। अनुज एक सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं और इन दिनों छबड़िया मोड़, सरधना के निकट “न्यू जेपी हॉस्पिटल” का निर्माण करा रहे हैं, जिसका उद्देश्य जनसेवा है।
अनुज के मुताबिक, जब इसकी जानकारी ईशू त्यागी (निवासी ग्राम महादेव), विशाल उर्फ निक्की तालियान (पुत्र नरेंद्र, निवासी ग्राम छुर) और अकरम (पुत्र बाबू, निवासी मोहल्ला कमरा नवाबगंज, थाना सरधना) को हुई, तो उन्होंने एक साजिश रची। आरोप है कि इन लोगों ने दो मरीजों को निर्माणाधीन अस्पताल में इलाज के बहाने भेजा, जबकि अस्पताल अभी पूरी तरह तैयार नहीं था। मरीजों को एक कमरे में आराम के लिए लिटाया गया, जिसके बाद आरोपियों ने अनुज कुमार के खिलाफ झूठी शिकायतें करना शुरू कर दीं।
अनुज ने बताया कि 16 अक्टूबर 2025 को ईशू त्यागी उनकी आरपी पैथ लैब पर आया और अपने फोन से विशाल उर्फ निक्की तालियान से बात कराई। निक्की ने फोन पर तीन लाख रुपये की रंगदारी मांगी और धमकी दी कि अगर रकम नहीं दी गई, तो अस्पताल को नहीं चलने देंगे और रास्ते में आते-जाते जान से मार देंगे।
इसके बाद दीपक (निवासी ग्राम मुल्हेड़ा) ने भी फोन पर निक्की की तरफ से अनुज पर रंगदारी देने का दबाव बनाया और धमकी दी-तुझे हमसे मिलना पड़ेगा, हम तेरा हॉस्पिटल नहीं चलने देंगे।”
अनुज के मुताबिक, वे इस धमकी के बाद से लगातार डर के साये में थे। 7 नवंबर 2025 को उन्होंने परिवार को पूरी बात बताई और फिर परिवार के साथ थाने पहुंचकर लिखित तहरीर दी।
शिकायत में अनुज ने कहा कि ये सभी लोग गिरोहबंद बदमाश किस्म के हैं और उन्हें डर है कि वे किसी भी वक्त जान से मार सकते हैं।
