मेरठ 16 अगस्त (प्र)। ईओडब्लू की मेरठ टीम ने 14 साल से फरार चल रहे आरोपी को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। वर्ष 2010 में आरोपी और उसके साथियों ने मिलकर फर्जी दस्तावेज लगाकर बैंक से 50 लाख रुपये से ज्यादा का लोन लिया और इसके बाद सभी फरार हो गए थे। इस द्य मामले में ब्रह्मपुरी थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था। आरोपी को ईओडब्लू ने गिरफ्तारी के बाद कोर्ट के सामने पेश किया, जहां से आरोपी को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। विनोद कुमार कश्यप पुत्र पूरनचंद निवासी बी आई लाइंस लालकुर्ती ने वर्ष 2010 में भारतीय स्टेट बैंक की ब्रह्मपुरी ब्रांच से 1.20 लाख रुपये का लोन लिया था। लोन लेने के लिए कूटरचित दस्तावेज का इस्तेमाल किया गया और बाद में रकम बैंक को नहीं लौटाई गई।
जांच हुई तो पता चला कि एक गिरोह ने कुछ लोगों के फर्जी दस्तावेज तैयार कराए और बैंक के फील्ड अफसर से इनका सत्यापन कराया। बैंक के तत्कालीन मैनेजर से मिलीभगत करते हुए अलग-अलग लोगों के 50 लाख रुपये से ज्यादा के लोन पास पास कराए गए। इन सभी लोगों ने बैंक की लोन की रकम हड़प ली और रकम वापस जमा नहीं कराई इसके बाद इस मामले में आरोपी के खिलाफ ब्रह्मपुरी थाने में मुकदमा दर्ज किया। इसके बाद इस मामले में 50 लाख रुपये से ऊपर का गबन होने के चलते 10 जुलाई 2014 को जांच ईओडब्लू को दी गई। मेरठ में एसपी ईओडब्लू डॉ. राजीव दीक्षित ने एक टीम बनाई और आरोपी विनोद की गिरफ्तारी के लिए निर्देश दिया। इसके बाद ईओडब्लू के दरोगा ब्रिजेश कुमार देवल, हेडकांस्टेबल सुरेंद्र सिंह मान, अमित कुमार और सिपाही दीपक कुमार ने आरोपी की तलाश शुरू की। पता चला कि आरोपी विनोद दिल्ली में छिपकर रह रहा है।
एसपी ईओडब्लू डॉ. राजीव दीक्षित का कहना है कि भारतीय स्टेट बैंक की ब्रह्मपुरी शाखा से कुछ लोगों ने गिरोहबंद तरीके से 50 लाख रुपये से ज्यादा का लोन फर्जी दस्तावेज पर लिया और इसके बाद सभी फरार हो गए। इन आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया, जिसकी जांच ईओडब्लू को दी गई है। एक फरार आरोपी विनोद कश्यप को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है, जो 14 साल से फरार था। पूर्व में भी इस मामले कुछ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।