मेरठ 12 दिसंबर (प्र)। टमाटर का नाम दिमाग में आते ही लाल रंग याद आता है। लेकिन पश्चिम उत्तर प्रदेश अब काला टमाटर की खेती करने की तैयारी में है। इससे किसानों की आय दोगुना तो होगी ही, साथ ही इस टमाटर काफी स्वास्थ्यवर्धक होगा। सरदार बल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रोद्योगिकी विश्वविद्यालय शोध कर जल्द ही इसका बीज तैयार करेगा । यह आंखों की रोशनी बढ़ाने के साथ ही शुगर को नियंत्रित करेगा। टमाटर में मौजूद एंथोसाइनिन पदार्थ शरीर की नसों को साफ करता है।
इंग्लैंड के वैज्ञानिक रे ब्राउन ने किया पहला शोध : सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रोद्योगिकी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डा. राकेश सिंह सेंगर ने बताया कि काले टमाटर का शोध इंग्लैंड के वैज्ञानिक रे ब्राउन ने सबसे पहले शोध किया था। फिर यूरोपिय देशों में खेती की शुरुआत हुई थी। भारत में गुजरात के कुछ हिस्से में इसकी खेती होती है, लेकिन बाकी राज्यों में नहीं होती है। सफल शोध के बाद उत्तर प्रदेश में भी इसकी खेती की शुरुआत कर दी जाएगी।
शोध छात्रा गरिमा और प्रोफेसर सेंगर को जाता है श्रेय विश्वविद्यालय के कुलपति डा. केके सिंह बताते हैं कि कृषि विश्वविद्यालय का प्रयास रहता है कि तकनीकी ज्ञान लैब टू लैंड तक जाए। जिससे किसानों की आय में बढ़ोतरी हो । जलवायु परिवर्तन को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय में कई तरह के शोध चल रहे हैं। काले टमाटर का शोध का श्रेय शोध छात्रा गरिमा शर्मा और प्रोफेसर डा. राकेश सिंह सेंगर को जाता है।
काला टमाटर खाने से यह होंगे फायदे
• काले टमाटर में मौजूद पोषक तत्व धमनियों में जमा गंदगी को साफ़ करते हैं।
• इसमें मौजूद एंथोसाइनिन नसों को साफ़ करता है और ब्लड सर्कुलेशन को सही रखता है।
• काले टमाटर में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट मिनरल्स जैसे मैग्नीशियम और पोटेशियम ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखते हैं।
• काले टमाटर में मौजूद गुण और पोषक तत्व ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं ।
• काले टमाटर में विटामिन ए होता है, जो आंखों की रोशनी बढ़ाने और आंखों को इंफेक्शन से बचाने में मदद करता है।
• केल्शियम अधिक होने के कारण हड्डियों को मजबूत करता है ।
• काले टमाटर में लाइकोपीन, वीटा केरोटीन, विटामिन सी और ई होता है।