मेरठ 19 मई (प्र)। राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख नरेंद्र ठाकुर ने कहा कि आज पत्रकारिता में विश्वसनीयता का संकट एक चुनौती है, क्योंकि समाचारों के त्वरित प्रकाशन एवं प्रसारण की होड़ कई बार तथ्यों की अनदेखी कर देती है। समाचारों की विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए तथ्यों को न केवल जांच लेना आवश्यक है, बल्कि उनकी पुष्टि करना भी बहुत जरूरी है।
विश्व संवाद केंद्र द्वारा हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर रविवार को सीसीएसयू के अटल सभागार में नारद सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि नरेंद्र ठाकुर ने कहा कि आज एजेंडा आधारित पत्रकारिता का चलन बढ़ा है, समाचारों के साथ विचारों का भी सम्मिश्रण हो रहा है। उन्होंने कहा कि देवर्षि नारद हर वर्ग की बात सुनते हुए तथा लोकहित को सर्वोपरि मानते हुए समाचारों का सम्प्रेषण करते थे, आज की पत्रकारिता को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मेन स्ट्रीम मीडिया को फेक नेरेटिव से बचना चाहिए। विशेष रूप से अभी जो पिछले सप्ताह देखने को मिला वह मीडिया की विश्वसनीयता पर संकट खड़ा करता है। मुख्य अतिथि सीसीएसयू के कला संकाय अध्यक्ष प्रो. संजीव शर्मा ने कहा कि नारद जी के संचार का मूल सूत्र गति सटीकता और निष्पक्षता थी।
इसमें कोई संदेह नहीं कि नारद जी इस ब्रह्मांड के प्रथम संवाददाता हैं महर्षि वाल्मीकि को रामायण जैसा महाकाव्य लिखने की प्रेरणा देवर्षि नारद से ही मिली थी। महापौर हरिकांत अहलूवालिया ने कहा कि देवर्षि नारद आज भी प्रासांगिक है उनकी संवाद की शैली, लोकजागरण का कार्य एवं सूचनाओं का निष्पक्ष आदान-प्रदान यह दर्शाता है कि वह वर्तमान सन्दर्भ में भी हमारे आदर्श हैं।
इस दौरान पत्रकारिता की विभिन्न विधाओं की अलग-अलग श्रेणियों में पांच लोगों को सम्मानित किया गया।
इनमें प्रिंट मीडिया में प्रवीण दीक्षित, सोशल मीडिया में अनीता चौधरी, फोटो पत्रकार के रूप में सुनील यादव लवलीन, मीडिया शिक्षक के रूप में रवि भूषण गौतम एवं लाइफ टाइम अचीवमेंट के क्षेत्र में बृजेश जैन सम्मानित हुए। निर्णायक मंडली में डॉ. मनोज श्रीवास्तव, शरद व्यास व पंकज राज शर्मा रहे। विश्व संवाद केंद्र न्यास के मंत्री प्रो. प्रशांत कुमार ने कार्यक्रम की प्रस्तावना रखी संचालन सुनील कुमार ने किया।
