मेरठ 21 नवंबर (प्र)। ओडियन नाले में जमा मलबा निकालकर इसे नये सिरे से पक्का किया जाएगा। शासन ने इसके लिए करीब 156 करोड़ रुपये की कार्ययोजना मंजूर की है। जलनिगम सीएंडडीएस एक सप्ताह के भीतर इसकी डीपीआर बनाकर शासन को स्वीकृति के लिए भेजेगा। मंजूरी के बाद टेंडर प्रक्रिया की जाएगी। उम्मीद है कि जनवरी में नाले का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। इससे तीन लाख से अधिक आवादी की जल निकासी बेहतर हो जाएगी।
प्रथम चरण में बनेगा 3,200 मीटर नाला
कार्ययोजना के अनुसार, प्रथम चरण में ओडियन नाले के 3,200 मीटर के हिस्से को पक्का किया जाएगा। किशनपुरी से शुरू होकर ब्रह्मपुरी, भूमिया का पुल पिलोखड़ी होते हुए हापुड़ रोड कमेला पुल तक बनाया जाएगा। अभी जो धनराशि स्वीकृति की गई है, वह कमेला पुल तक के लिए है। नाला चार से पांच मीटर गहरा और पांच से सात मीटर चौड़ा बनेगा।
आबादी वाले हिस्से में किया जाएगा कवर्ड किशनपुरी से कमेला पुल तक नाले का काफी हिस्सा कवर्ड किया जाएगा। यहां आबादी क्षेत्र है। खुले नाले में गिरने से कई लोगों की मौत हो चुकी है। जहां नाले के दोनों तरफ सर्विस लेन है… वहां लोहे के ऊंचे जाल और जहां सर्विस लेन नहीं है, वहां इसे कवर्ड किया जाएगा। बीच-बीच में ऐसे मैनहोल बनाए जाएंगे, जिनमें मशीन से सफाई की जा सके।
नाले में इन वार्डों और मुहल्लों की होती है जलनिकासी
माता का बाग, शिवशंकरपुरी, ब्रह्मपुरी, किशनपुरी, स्मिथगंज, गौतमनगर, गौरीपुरा, भगवतपुरा, लक्ष्मणपुरी, होराम नगर, आलोक विहार, गणेश पुरी, पूर्वा इलाही बक्श, जाटान, हरि नगर, महाजन पाड़ा, द्वारिका पुरी, करम अली, ईश्वरपुरी, ठठेरवाड़ा, बजाजा, सराफा, लाला का बाजार, सराय लाल दास, डालमपाड़ा, कागजी बाजार, कानून गोयान, शाहखाकी, मुफ्तीवाड़ा, गुदड़ी बाजार, कबाड़ी बाजार, अनाज मंडी, दालमंडी मुहल्ले सहित करीब 13 वार्डों की जलनिकासी ओडियन नाले में होती है।
नगर आयुक्त सौरभ गंगवार का कहना है कि ओडियन नाले को नये सिरे से पक्का करने की कार्ययोजना शासन को भेजी गई थी, जो मंजूर हो गई है। नाले के निर्माण के लिए ऐसी तकनीक अपनायी जाएगी कि जलनिकासी भी बाधित नहीं होगी और कार्य भी चलता रहेगा। 50-50 मीटर के टुकड़ों में निर्माण कार्य होगा।
