मेरठ 21 मई (प्र)। सीएम ग्रिड योजना में भ्रष्टाचार का मामला ठंडा हुआ नहीं कि अब नगर निगम के दिल्ली डिपो का एक और कारनामा उजागर हो गया। नौकरी एक और दो जगह से गाड़ी चालक मुजाहिद को निगम अफसर वेतन दिलाते रहे। निगम के अन्य ड्राइवरों में भी दो जगह से वेतन लेने की मारामारी मची तो भ्रष्टाचार का खुलासा हो गया। अफसरों ने पहले तो मामले को दबाने का प्रयास किया, बात नहीं बनी तो मुजाहिद को बर्खास्त कर दिया गया।
अफसरों ने भुगतान की संस्तुति कराने वालों पर कार्रवाई के नाम पर चुप्पी साध रखी है। हालांकि नगर आयुक्त ने कहा कि इस प्रकरण में मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा। जो भी अधिकारी शामिल होगा, उसके खिलाफ जांच के बाद कार्रवाई होगी। अपर नगर आयुक्त प्रमोद कुमार, पंकज कुमार, लवी त्रिपाठी, मुख्य लेखा एवं वित्त अधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह, मुख्य लेखा नगर परीक्षक अमित भार्गव, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गजेंद्र सिंह, प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. हरपाल सिंह, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी एसके गौतम सहित 20 अधिकारियों के लिए नगर निगम ने प्राइवेट गाड़ी किराये पर ले रखी है।
गाड़ी ड्राइवर सहित गाड़ी का किराया ठेकेदार दीपक कुमार के जरिये निगम द्वारा हर माह 22 हजार रुपया देता है कर निर्धारण अधिकारी की गाड़ी पर मुजाहिद नाम का चालक है। उसका पैसा नगर निगम देता है चालक ने दिल्ली वाहन डिपो में सांठगांठ करके अपना नाम अस्थायी कर्मचारी में शामिल करा दिया। कर निर्धारण अधिकारी और डिपो प्रभारी के हस्ताक्षर से कई माह से चालक मुजाहिद को अलग-अलग दोनों जगह से वेतन दिया जा रहा है।
निगम में अन्य ड्राइवरों में इसको लेकर चर्चा शुरू हुई। अन्य ड्राइवरों ने भी वाहन डिपो से वेतन देने की सेटिंग करने की बात की बात नहीं बनी तो मुजाहिद और निगम अधिकारियों के बीच सांठगांठ की पोल खुल गई। मामला अफसरों तक पहुंचा तो कार्रवाई की जगह, उसको छुपाने के लिए ड्राइवर की पत्रावली गायब करने की साजिश कर दी। इस प्रकरण की जानकारी पर महापौर हरिकांत अहलूवालिया को दी गई। तब जाकर अधिकारियों में खलबली मची। महापौर ने नगर आयुक्त से इस प्रकरण की जांच रिपोर्ट बुधवार शाम तक मांगी हैं।
जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई होना बाकी
दो जगह से वेतन लेने की पोल खुलने पर रात में निगम के अधिकारी जांच में जुट गए। वरिष्ठ प्रभारी वाहन डिपो एवं अपर नगर आयुक्त पंकज कुमार ने रात में प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. हरपाल सिंह और वाहन डिपो पर तैनात कर्मचारियों से जानकारी ली। देर रात में अधिकारियों ने जांच रिपोर्ट दी। जिस पर नगर आयुक्त ने ड्राइवर मुजाहिद की सेवा समाप्त कर दी है। दो जगह से वेतन देने में शामिल निगम अधिकारी या कर्मचारी पर कार्रवाई होना बाकी है।
नगर आयुक्त सौरभ गंगवार का कहना है कि यह मामला बेहद गंभीर है। निगम का गाड़ी चालक मुजाहिद फरवरी से दो जगह से वेतन ले रहा है। जांच कराने के बाद मुजाहिद की सेवा समाप्त कर दी और मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए है। इस प्रकरण में जो अधिकारी शामिल होंगे, उनके खिलाफ भी जांच कराकर कार्रवाई करूंगा।