कलम की धार को सलामः सेवा के नायकों का हुआ भव्य सम्मान
मेरठ 26 मई (प्र)। सोशल मीडिया एसोसिएशन ने आरकेबी फाउंडेशन और ऑल इंडिया न्यूज़पेपर एसोसिएशन (आईना) के सहयोग से गत रविवार शाम प्रशासन, पत्रकारिता, शिक्षा और समाजसेवा सोशल मीडिया साहित्य कवियों कलाकारों पूर्व अधिकारियों का सेवा के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान देने वाले कर्मयोगियों का सम्मान किया।




अलेक्जेंडर एथलेटिक्स क्लब में 25 मई की शाम 5 बजे से आयोजित इस भव्य कर्मवीर सम्मान समारोह में मंचासीन अतिथि पूर्व सांसद राजेन्द्र अग्रवाल, यूपी सूचना आयुक्त राजेन्द्र सिंह, सुनील डांग एससीएसटी आयोग यूपी के सदस्य नरेन्द्र खजूरी, डा0 एमके बंसल, संरक्षक चौ. यशपाल सिंह, अन्नपूर्णा ट्रस्ट के संस्थापक ब्रजभूषण गुप्ता, लाला रामानुज दयाल वैश्य बाल सदन के मंत्री हर्ष वर्धन बिट्टन एडवोकेट व उपस्थिति की मौजूदगी में विशिष्ट अतिथि के रूप में पधारे सोशल मीडिया एसोसिएशन एसएमए के राष्ट्रीय चेयरमैन सुनील डांग ने कहा कि पत्रकार का कार्य सवाल उठाना और समाज का मार्ग प्रशस्त करना है। खबरों में विश्वसनीयता से ही समाज में साख और स्वीकार्यता बनती है। पत्रकारों को अपने आत्मसम्मान से कभी समझौता नहीं करना चाहिए। यदि आप ईमानदारी से अपना कार्य करते रहें, तो समाज में आपके संबंध बड़े लोगों से भी प्रगाढ़ होते चले जाते हैं। ऐसे में आप समाज के आम जरूरतमंद लोगों की मदद भी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि खबरों की रफ्तार बढ़ गई है। अब खबरों की दुनिया में भी हाईवे बन गए हैं, पहले यहां केवल माईवे होते थे।
विशिष्ट अतिथि के रूप में लखनऊ से आए राज्य सूचना आयुक्त राजेंद्र सिंह ने कहा कि भारत का पहला हिंदी अखबार ‘उदंत मार्तंड’ 30 मई 1826 को प्रकाशित हुआ था। इसी कारण हम 30 मई को पत्रकारिता दिवस के रूप में मनाते हैं। इस बार यह दिन 200 साल पूरे कर रहा है। तब से अब तक पत्रकारिता की दुनिया बहुत बदल चुकी है। प्लेटफॉर्म बदले हैं अखबार के बाद रेडियो आया, फिर टीवी और उसके बाद इंटरनेट ने सूचना जगत में तहलका मचा दिया। आज पूरी दुनिया एक ‘खबर संसार’ में बदल गई है, जहां पलभर में सूचनाएं पूरी दुनिया में पहुंच जाती हैं।
उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर औसतन पांच अरब लोग प्रतिदिन 24 में से तीन घंटे सोशल मीडिया पर बिता रहे हैं। अब जीवन, व्यवहारिक रूप से, केवल 21 घंटे का रह गया है। इंटरनेट पर हर तरह की जानकारी उपलब्ध है। आप इससे आईएएस बन सकते हैं, वैज्ञानिक भी और अपराधी भी। यह आपके ऊपर है कि आप अपने मस्तिष्क में कचरा भर रहे हैं या जीवन के लिए उपयोगी ज्ञान। दिमाग को जो खुराक देंगे, वही वह लौटाएगा।
राजेंद्र सिंह ने कहा कि जैसे-जैसे प्लेटफॉर्म बदले, पत्रकारों की चुनौतियां भी बढ़ीं। इंटरनेट पत्रकारिता ने विचारों के स्तर पर एकरूपता और टकराव की संभावनाएं बढ़ाई हैं। इन खतरों का समाधान खोजना होगा। बदलाव प्रकृति का नियम है, पर यह बदलाव सकारात्मक और सर्जनात्मक हो यह हमें सुनिश्चित करना है।


मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित मेरठ के पूर्व सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि समय के साथ तकनीक बदलती है और नई तकनीक नई चुनौतियां लेकर आती है। जब हमने बड़े रास्तों की चाह की, तो हाईवे बने। हाईवे बने तो दुर्घटनाओं की संभावना भी बढ़ी। लेकिन आप दुर्घटनाओं के डर से चौड़े रास्ते बनाना बंद नहीं कर सकते। इसके समाधान तलाशने होंगे।
उन्होंने कहा कि संचार और सूचना क्रांति ने जो विस्फोट किया है, उससे बचा नहीं जा सकता। आपके पास जो सूचनाएं आएं, वे सर्जनात्मक हों। उस्तरा सर्जन का हो, कातिल का नहीं, यह व्यवस्था हमें करनी होगी। समस्या गलत लोगों की सक्रियता नहीं, बल्कि सही लोगों की निष्क्रियता की है। आज भी समाज का ताना-बाना अच्छे लोगों की सक्रियता से बना हुआ है। ऐसे लोगों को सोशल मीडिया पर सक्रिय होना ही होगा।
समारोह की अध्यक्षता कर रहे डा. एम.के. बंसल ने कहा कि उनका रवि विश्नोई से पचास साल से अधिक का संबंध है। उन्होंने समाज और पत्रकारिता के लिए जो कार्य किए हैं, वे सराहनीय हैं। उनके पुत्र अंकित बिश्नोई भी उनके कार्यों को आगे बढ़ा रहे हैं। सुनील डांग भी सोशल मीडिया एसोसिएशन के माध्यम से पत्रकारिता की दिशा में नए आयाम स्थापित कर रहे हैं। लोकतंत्र में कोई भी देश पत्रकारिता के चौथे स्तंभ के बिना प्रगति नहीं कर सकता।
एससीएसटी आयोग के सदस्य नरेंद्र खजूरी ने कहा कि समाज को दिशा देने में पत्रकारिता की सदैव विशेष भूमिका रही है। आज के वक्त में भी आम आदमी को इंसाफ दिलाने में पत्रकारों की अहम भूमिका रहती है।
आरकेबी फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष रवि कुमार बिश्नोई ने कहा कि पत्रकारों को डरना नहीं चाहिए। यदि आपकी कलम में धार है तो सिस्टम आपका लोहा मानेगा। समाज में भी आपकी स्वीकार्यता बढ़ेगी। आलोचना पत्रकार के लिए सम्मान स्वरूप होती है।
एसएमए के राष्ट्रीय महासचिव अंकित बिश्नोई ने विशेष विवरण प्रस्तुत किया। राष्ट्रपति अवार्ड विजेता सरबजीत कपूर ने अतिथियों का स्वागत किया। भाजपा नेता अंकित चौधरी ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।
संयोजक और पूर्व कार्यवाहक सूचना उपनिदेशक सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि आज़ादी के समय भारत में पत्रकारिता की ताकत की तुलना अकबर इलाहाबादी ने तोप से की थी। आज पत्रकारिता की शक्ति को कमजोर करने के प्रयास हो रहे हैं। ऐसे में मीडिया कर्मियों को आज़ादी के दौर की पत्रकारिता से प्रेरणा लेनी चाहिए।
-सम्मान की झलक
कार्यक्रम में कर्मवीरों को पगड़ी और दुपट्टा पहनाकर सम्मानित किया गया। उन्हें तुलसी का पौधा और प्रशस्ति पत्र भी भेंट किए गए। सम्मान की शुरुआत अन्नपूर्णा ट्रस्ट में सेवा कार्य करने वालीं वकीला बेगम से हुई।
सम्मानित प्रतिभाओं में ये रहे शामिल
– पत्रकारिता क्षेत्र से
पुष्पेंद्र शर्मा (पूर्व संपादक, हिंदुस्तान), नीरकांत राही (पूर्व संपादक, अमर उजाला), सुशील कुमार (पीटीआई), राजेश शर्मा (सेव इंडिया न्यूज़), डा. रविंद्र राणा (पॉलिटिकल अड्डा डॉट कॉम), शरद व्यास (दैनिक जागरण), महेंद्र उपाध्याय ,(जॉली टाइम्स), सलीम अहमद (हिंदुस्तान) सुश्री शालू अग्रवाल दैनिक भास्कर से प्रशांत कौशिक, शशांक अवस्थी, जग मोहन शाकाल, पुष्कर कुमार, आबिद अली (फोटो जर्नलिस्ट), पूर्व अधिकारी आर.एन. धामा (पूर्व एडिशनल कमिश्नर), पूर्व आईएस शैलेंद्र चौधरी, अवधेश कुमार, संतोष शर्मा, नईम कुमार, पवन बंसल
– शिक्षा क्षेत्र से
डा. वी. के. शर्मा (पूर्व प्राचार्य, बदायूं पीजी कालेज संस्कृत), डा. मनमोहनी आर्य (प्रधानाचार्य, सनातन धर्म इन्टर कालेज), एन. पी. सिंह (प्रधानाचार्य, सिटी वोकेशनल पब्लिक स्कूल), रीना देवी (प्रधानाचार्य, जगदीश शरण कन्या इंटर कालेज)
-साहित्य और कला क्षेत्र से
निर्मल गुप्ता, डा. सुधाकर आशावादी, कवि ईश्वर चंद गंभीर, विनय नौक, डा. शुभम त्यागी, रंगकर्मी भारत भूषण, विनोद बेचैन
-समाजसेवा और नागरिक योगदान
श्रीमति करुणा धिरौट, अनिता राणा, हिना रस्तोगी, ज्योति तालियान, वरिष्ठ नागरिक सत्यप्रकाश गोयल, भारत भूषण, दंत रोड विशेषज्ञ डा. प्रदीप शुक्ला, डा. ज्योति शुक्ला, एडवोकेट प्रकाश वीर, नवीन जैन,रामकुमार शर्मा एडवोकेट, सुशील कंसल, राजीव अग्रवाल, अविनाश चोपड़ा, नितिन गुप्ता आदि।
इस मौके पर वरिष्ठ महिला पत्रकार संतोष शर्मा, दिल्ली से आये व्यापार संघ अध्यक्ष राजीव अग्रवाल तथा राष्ट्रीय एकता के लिए कार्य करने वाले अवनीश चोपड़ा सहित आयोजन में सहयोग के लिए अजय गुप्ता का भी सम्मान किया गया।
सोशल मीडिया एसोसिएशन एसएमए के राष्ट्रीय महामंत्री व मजीठिया बोर्ड यूपी के पूर्व सदस्य अंकित बिश्नोई के सफल संचालन में शिक्षा विद् डा0 कर्मेन्द्र सिंह, राष्ट्रपति सम्मान से सम्मानित पूर्व डिप्टी एसपी गिरीश शर्मा, रेडक्रास सोसायटी के पूर्व चेयरमैन अजय मित्तल, पीसीएस राकेश त्यागी अपर आयुक्त नगर निगम मथुरा, जानेमाने सीए संजय रस्तोगी, के अतिरिक्त रीता गुप्ता, नरेश दत्ता, वैभव त्रिपाठी, विभूति रस्तोगी, ब्रजमोहन कौशिक, गौरव यादव, सत्य शर्मा, धर्मेश कुमार, डा0 आशु मित्तल, अजय सोम, दीपमाला सोम, मनमोहन डल, कृष्ण गोपाल, अरविन्द तोमर, वैभव तोमर, अनिल लोहेवाले, राजकेसरी, अशोक गर्ग, विजय भाटिया, अमित चौधरी, गोयल फोटो स्टूडियो के राजीव लोचन गोयल, खुर्शीद आलम, संजय शर्मा, संजय शर्मा एडवोकेट आदि विशेष रूप से मौजूद रहे।
समारोह की सफलता में श्री दीप जैन, प्रशांत कौशिक, विनय मित्तल, नवीन गोयल, प्रदीप सेठी, नरेन्द्र जैन आदि का विशेष सहयोग रहा।


























