Saturday, June 7

आस्था हत्याकांड में खुलासा: मां व नाबालिग भाई ने गला दबाया, ममेरे-मौसेरे भाइयों ने सिर काटकर नहर में बहाया

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मेरठ 07 जून (प्र)।मेरठ की छात्रा आस्था उर्फ तनिष्का की हत्या का पुलिस द्वारा खुलासा कर दिया गया है। इस हत्याकांड ने फिर एक बार पूरे शहर को हिला कर रख दिया है। जिस मां ने जन्म दिया, उसी ने अपने नाबालिग बेटे के साथ मिलकर बेटी की गला दबाकर हत्या कर दी। आज पुलिस लाइन में घटना का खुलासा करते हुए एसएसपी डॉ विपिन ताडा ने प्रेस कांफ्रेंस कर हत्याकांड की सच्चाई बताई।

एसएसपी डॉक्टर विपिन ताडा ने बताया कि हत्या दादरी स्थित घर में हुई थी। इसके बाद आस्था के ममेरे और मौसेरे भाइयों ने मिलकर शव को ठिकाने लगाने की साजिश रची। उन्होंने आस्था के शव को कार में रखा और मेरठ लाकर उसका सिर धड़ से अलग कर दिया। धड़ को बहादुरपुर के रजवाहे में फेंका गया, जबकि सिर को जानी क्षेत्र की गंग नहर में फेंक दिया गया।
बताया कि दोस्त से मिलने और फोन पर बातचीत करने पर परिजनों ने ही हत्या की थी। मां राकेश देवी और नाबालिग भाई ने छात्रा को गला घोंटकर मारा डाला, जिसके बाद महरौली निवासी मामा कमल सिंह, समर सिंह, ममेरे भाई मंजीत उर्फ मोनू पुत्र कमल सिंह, मौसेरे भाई गौरव निवासी लडपुरा हापुड़ ने दरांती से गर्दन काटकर धड़ को बहादरपुर रजबहे और कटे हुए सिर को जानी गंग नहर में फेंक दिया था। पुलिस ने मां, दोनों मामा और ममेरे भाई को शुक्रवार शाम कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। हत्या में शामिल 14 साल के नाबालिग भाई को बाल सुधार गृह भेजा गया।
इस हत्याकांड में शामिल मौसेरे भाई गौरव की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है। वहीं, आस्था का कटा हुआ सिर अभी नहीं मिला है। पुलिस की दो टीम गंगनहर में कटे हुए सिर को तलाश रही हैं। पुलिस ने हत्यारोपियों के कब्जे से गर्दन काटने में प्रयुक्त की गई दरांती, शव को फेंकने में प्रयोग की गई स्विफ्ट डिजायर कार को बरामद किया है। घटना के संबंध में बहादरपुर ग्राम प्रधान अमित कुमार की ओर से परतापुर थाने पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया गया है।

परतापुर थाना क्षेत्र में बृहस्पतिवार को गांव बहादरपुर के रजबहे में छात्रा की चादर में लिपटी सिर कटी लाश मिली थी। सूट-सलवार की जेब से मिले मोबाइल नंबर के आधार पर मृतका की पहचान दौराला थाना क्षेत्र के दादरी गांव निवासी रमेश की बेटी आस्था उर्फ तनिष्का (17) के रूप में हुई। आस्था इंटर की छात्रा थी। जेब से मिला मोबाइल नंबर नंगली साहिब निवासी उसके नाबालिग दोस्त का था।

दोस्त ने ही मौके पर पहुंच कर आस्था की पहचान की। इसके बाद पुलिस ने दादरी गांव पहुंच कर पहले मृतका की मां राकेश देवी, नाबालिग भाई को और बाद में छात्रा के महरौली-परतापुर निवासी मामा कमल सिंह, समर सिंह, ममेरे भाई मंजीत उर्फ मोनू को हिरासत में लिया। परिजनों ने पहले शव की पहचान करने से इंकार कर दिया था। बाद में पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो आरोपियों ने आस्था की हत्या करना स्वीकार कर लिया।

एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि सोशल मीडिया के जरिये आस्था की दोस्ती एक किशोर से हुई थी। दोनों अक्सर बात करते और मिलते थे। इसकी जानकारी होने पर बुधवार को मां राकेश देवी ने नाबालिग बेटे के साथ मिलकर गला दबाकर हत्या कर दी। बाद में उसने अपने मायके वालों को इसकी जानकारी दी।

बुधवार रात को आस्था के दोनों मामा, ममेरे भाई और मौसेरे भाई कार में शव को डालकर ले गए। महरौली के जंगल में ले जाकर छात्रा की गर्दन दरांती से काट कर धड़ को बहादरपुर रजबहे में और कटे हुए सिर को जानी गंग नहर में फेंक दिया था। बृहस्पतिवार सुबह छात्रा की सिर कटी लाश मिल गई।

पुलिस ने जब शव की जेब से मिले मोबाइल नंबर की जांच की तो युवती की पहचान दादरी निवासी आस्था के रूप में हुई। इसके बाद मां, नाबालिग भाई और दो ममेरे भाइयों को हिरासत में लिया गया।
फिलहाल, पुलिस गंग नहर में सिर की तलाश में सर्च ऑपरेशन चला रही है। फोरेंसिक टीम ने भी जांच में कई साक्ष्य जुटाए हैं।

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