मेरठ 22 जुलाई (प्र)। मेरठ नगर निगम के पशु चिकित्साधिकारी डा. हरपाल सिंह को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया। देर रात सिविल लाइन थाने में सहायक नगर आयुक्त शरद पाल की तहरीर पर दो लोगों के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम समेत कई धाराओं में मुकदमा हुआ। जिसके बाद रात में ही पुलिस ने उनके निवास से उन्हें हिरासत में ले लिया। पूरा मामला परतापुर क्षेत्र की एक गोशाला के वायरल वीडियो से जुड़ा है।
वीडियो में कई गोवंश मृत दिखे थे, जिसके लिए सीधे तौर पर पशु चिकित्साधिकारी डा. हरपाल सिंह को जिम्मेदार ठहराया गया था। हाल ही में प्रभारी मंत्री धर्मपाल सिंह ने भी गोशाला का निरीक्षण कर नाराजगी जताई, जिसके कुछ घंटे बाद ही पशु चिकित्साधिकारी डा. हरपाल सिंह को सस्पेंड कर दिया गया।
मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी नाराजगी जताई थी। तभी से मामले की जांच चल रही थी। सोमवार रात मुकदमा हुआ और देर रात उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। डा. हरपाल सिंह गोशाला के प्रभारी के साथ ही कुछ समय नगर स्वास्थ्य अधिकारी भी रहे थे।
आईए जानते हैं क्या था वायरल वीडियो में
परतापुर की कान्हा गोशाला का जो वीडियो वायरल हुआ था, वह करीब 1 मिनट 38 सेकेंड का था। यह नगर निगम की गोशाला है। वीडियो में दिखाया गया है कि वहां मौजूद गोवंश कितनी बुरी स्थिति में हैं। आधे से ज्यादा बेसुध हैं या कहें तो मर चुके हैं। कई गोवंश को गंभीर चोट लगी हैं।
कई ऐसे भी दिखाई दे रहे हैं जो केवल आंख ही झपका सकते हैं। गोशाला का परिसर बेहद गंदा है, जिसमें यह गोवंश बदहाल दिखाई दे रहे हैं। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि जैसे काफी समय से कोई यहां आया ही नहीं है। खोर तक खाली दिखाई दे रही है। पशुओं की स्थिति बता रही है कि उन्हें काफी समय से कुछ खाने को भी नहीं दिया गया है।
30 लाख रुपये प्रतिमाह का बजट
कान्हा गोशाला के लिए नगर निगम ने दो फर्म से कांटेक्ट किया हुआ है। यह दोनों फर्म ही गोशाला के लिए आउटसोर्स पर गौ सेवक उपलब्ध कराती हैं। करीब 28 से 30 लाख रुपये प्रतिमाह का बजट है। इसके बावजूद गोशाला में गोवंश बदहाल स्थिति में थे। वीडियो शासन तक पहुंचा और जांच शुरु हो गई।
दोनों कंपनियों को किया गया ब्लैकलिस्ट
मेरठ की मैसर्स जैन कंप्यूटर व कुशीनगर की शुभम एंटरप्राइजेज पर गोशाला की देखरेख का जिम्मा बताया जा रहा है। जांच में दोनों ही कंपनियों की बड़ी लापरवाही सामने आए, जिसके चलते उन्हें ब्लैकलिस्ट कर दिया गया। मुकदमे में इन फर्म के नाम भी शामिल हैं।
प्रभारी मंत्री की नाराजगी के बाद एक्शन
हाल ही में मेरठ के प्रभारी मंत्री धर्मपाल सिंह ने भी गोवंशों की दुर्दशा की शिकायत के बाद कान्हा गोशाला का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान भी काफी बदहाली गोवंश की उन्होंने देखी। वह वीडियो भी धर्मपाल सिंह को दिखाया गया। प्रभारी मंत्री की नाराजगी के कुछ घंटे बाद ही पशु चिकित्सा अधिकारी डा. हरपाल सिंह को सस्पेंड कर दिया गया। तभी से मामले की जांच चल रही थी।
डा. हरपाल सिंह ने खुद को निर्दोष कहा है। उनका कहना है कि वह प्रभारी जरूर थे लेकिन गोशाला के लिए स्टाफ रखा गया था। 10 तारीख को बारिश हुई थी, जिससे ओपन एरिया में पानी भर गया था। इसी कारण वीडियो में वह जगह गंदी दिखाई पड़ रही है। यह पूरा वीडियो एक सोची समझी साजिश है। एडिट कर यह वीडियो बनाया गया है।
