Thursday, November 13

प्राथमिक विद्यालयों के विलय पर सरकार के निर्णय को वापस लेने का स्वागत: सुनील भराला

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मेरठ, 01 अगस्त (प्र)। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 50 से कम छात्र संख्या वाले प्राथमिक विद्यालयों के प्रस्तावित विलय के निर्णय को वापस लेने की घोषणा पर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता, पूर्व दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री एवं राष्ट्रीय परशुराम परिषद के संस्थापक श्री सुनील भराला ने गहरी संतोष और हर्ष व्यक्त किया है।
गौरतलब है कि लगभग 29,000 प्राथमिक विद्यालयों के विलय से 5 लाख छात्र-छात्राएं और 50 हजार से अधिक शिक्षकीय स्टाफ प्रभावित होने की आशंका थी। इस पर गहन चिंता व्यक्त करते हुए श्री भराला ने पूर्व में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को पत्र लिखकर मांग की थी कि इन विद्यालयों को बंद करने के बजाय इनके संसाधनों और शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार कर इन्हें और सशक्त बनाया जाए।

गरीब, पिछड़े एवं ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों की शिक्षा में व्यवधान न आए, यह आमजन की भावना रही है, जिसे सरकार ने गंभीरता से लिया। भराला ने सरकार के इस संवेदनशील निर्णय का स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, शिक्षा मंत्रीश्री संदीप सिंह का भी आभार प्रकट किया है, जिन्होंने हमेशा सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र को आगे बढ़ाया है।

वहीं दूसरी ओर विपक्षी नेताओं के द्वारा प्राइमरी विद्यालयों के विषय को लेकर बड़ा मुद्दा बनाने का सपना सजा रहे थे उनके सपने को भी योगी सरकार ने चकनाचूर कर दिया हमारी सरकार ने प्राथमिक विद्यालयों को लेकर अधिकारी एवं कर्मचारियों के माध्यम से प्राथमिक शिक्षा पर जोर दिया जाएगा जिन विद्यालयों में शिक्षार्थी कम है जनजागरण करके विद्यार्थियों की संख्या बढ़ायी जाएगी भराला ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में लिया गया यह निर्णय न केवल ग्रामीण भारत के भविष्य को सुरक्षित करेगा, बल्कि समाज के सबसे कमजोर वर्ग झुग्गी झोपड़ी बस्ती मलीन श्रमिक में रहने वाले परिवारों को को भी मुख्यधारा से जोड़ने का माध्यम बनेगा।

उन्होंने इसे एक जनता-जनार्दन के हित में लिया गया ऐतिहासिक और दूरदर्शी निर्णय बताया और मालेगाँव पर बोलते हुए तात्कालिक यू पी ए सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा मालेगांव के बम ब्लास्ट में भगवा हिन्दू को बदनाम करने की साजिश से हिन्दू आतंकवाद का नया शब्द मड़ करके हिन्दुओ को बदनाम करने की साजिश की गयी थी इस दौरान मुख्य रुप से अलोक सिसोदिया, पूर्व विधायक हरपल सैनी, नमन भारद्वाज, राजकुमार कौशिक, पूर्व पार्षद अनिल शर्मा , सपना अग्रवाल प्रदीप चौधुरी , हरिओम , मनीष यादव , राजेश शर्मा आदि उपस्थित रहे।

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