मेरठ 05 अगस्त (प्र)। सरधना में स्वकर प्रणाली के तहत नगर पालिका द्वारा लोगों को जारी किए गए टैक्स के नोटिस के बाद हंगामा शुरू हो गया है। सोमवार को पालिका में बुलाई गई मीटिंग में सभी सभासदों ने इसका भारी विरोध किया। यहां तक की भाजपाई और व्यापारी नेता ने भी पुरजोर विरोध जताया। सभासदों ने साफ कह दिया कि मनमाना टैक्स नहीं लगने देंगे। पुराने टैक्स नोटिस को खत्म करके नए सीरे से गणना कराके नियमानुसार तय किया टैक्स लोगों से लिया जाए। साथ ही गलती करने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग की। ईओ ने फिलहाल दो दिन का समय मांगा है। अगली मीटिंग बुधवार को प्रस्तावित की गई है।
बता दें कि स्वकर प्रणाली योजना के तहत नगर पालिका द्वारा लोगों को टैक्स के नोटिस भेजे जा रहे हैं। जिसमें भारी भरकर वृद्धि की गई है। गृहकर के साथ जलकर में भी बेतहाशा बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। जिसका नगर की जनता भारी विरोध कर रही है। जनता के गुस्से का सामना सबसे अधिक सभासदों को करना पड़ रहा है। मामले को लेकर सोमवार को नगर पालिका में मीटिंग बुलाई गई। जिसमें सभासद, भाजपाई और व्यापारी नेता शामिल हुए सभी ने एक सुर में इतने टैक्स का पुरजोर विरोध किया।
सभासदों ने कहा कि जब तय किया गया था कि टैक्स 50 पैसे वर्ग फुट लागू किया जाएगा तो हजारों में टैक्स के नोटिस कैसे जारी हो रहे हैं। जिसका ईओ व लिपिक कोई जवाब नहीं दे सके। सभासदों ने कहा कि जब तक उन्हें विश्वास में नहीं किया जाएगा, जनता से टैक्स की वसूली संभव नहीं है। पहले ही रिकवरी 10-40 प्रतिशत है। ऐसा किया तो रिकवरी मुश्किल हो जाएगा। सभासदों ने आउटसोर्सिंग कर्मचारी से गणना कराने का भी विरोध किया। भाजपा के मंडल अध्यक्ष आलोक जैन ने कहा कि इस तरह नियम विरुद्ध टैक्स लगाकर सरकार को बदनाम किया जा रहा है। दोषी लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए। सभासद शाहिद मलिक ने कहा कि जलकर माफ कर दिया गया था तो अब वाटर टैक्स कैसे लग रहा है। यदि जल मूल्य भी लिया जा रहा है तो वह 600 रुपये से अधिक नहीं होना चाहिए, जो बोर्ड मीटिंग में तय किया गया था ।
खालिद अंसशी ने कहा कि सभी नोटिस रद्द करके नए सिरे से गणना कराई जाए। इसके बाद नोटिस जारी हों। उसमें भी जनता को आपत्ति के लिए पर्याप्त समय दिया जाना चाहिए। ईओ दीपिका शुक्ला ने कहा कि जल्दी करने वाले कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। कहा कि वह स्वयं सभी फाइल देखकर आगे की कार्रवाई शुरू कराएंगी। साथ ही ऑडिटर को पत्र लिखकर समाधान के लिए सलाह ली जाएगी। तय किया गया कि अगली मीटिंग बुधवार को बुलाई जाएगी। इस मौके पर चेयरपर्सन सबीला बेगम, सभासद शहजद सितारा, तारिक हसन, संजय सोनी, शानू जैन, राहुल पाल, फरमान अंसारी, व्यापारी नेता मंगू प्रधान, नवीन त्यागी, मुकेश कुमार आदि मौजूद रहे।
सभासदों ने कहा कि सबसे बड़ा सवाल यह है कि इतनी महत्वपूर्ण कार्य गणना निजी कर्मचारियों से क्यों कराई गई। जिस कर्मचारी ने यह गड़बड़ की है, वह काम छोड़कर ही गायब हो गया है। जो बड़ी साजिश की ओर इशारा करता है। ईओ ने मामले में सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।