Tuesday, November 25

हिमाचल के किन्नौर में बादल फटा, कैलाश यात्रा रुकी, आईटीबीपी ने जिपलाइन के जरिए 413 तीर्थयात्रियों को बचाया, राज्य में 500 से ज्यादा सड़कें बंद

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किन्नौर, 06 अगस्त। पहाड़ों पर मानसून की बारिश आफत लेकर आई है। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर स्थित तंगलिंग में आज बादल फटने से बाढ़ जैसे हालात हो गए। घटना का एक भयावह वीडियो सामने आया है, जिसमें पहाड़ से चट्टान और मलबे का सैलाब नीचे सड़क पर गिरते दिखा। अचानक आई बाढ़ से कैलाश यात्रा रूट पर दो पुल बह गए। बाकी का रास्ता भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, जिसके कारण यात्रा रोक दी गई है। कई श्रद्धालु फंसे हुए हैं। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की टीम ने जिपलाइन की मदद से 413 तीर्थयात्रियों को बचाया है। किन्नौर के रिब्बा गांव के पास रालडांग खड्ड में भी बादल फटा। इससे नेशनल हाईवे-5 भी बंद हो गया है। हाईवे के लगभग 150 मीटर हिस्से पर कीचड़ और बड़े-बड़े पत्थर जमा हो गए हैं। हालांकि, हादसे में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।

रात में चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर भी लैंडस्लाइड हुई। सड़कों पर बड़ी-बड़ी चट्टान गिरने से राज्य में 500 से ज्यादा सड़कें बंद हैं। शिमला, मंडी, सोलन और कुल्लू जिले में स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है।

आईएमडी ने चंबा, हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू, लाहौल-स्पीति, मंडी, ऊना, बिलासपुर, किन्नौर, सोलन, शिमला और सिरमौर जिलों में अलग-अलग स्थानों पर अगले 12 घंटों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।

अधिकारियों ने यह भी चेतावनी दी कि यात्रा मार्ग पर अधिकांश ट्रैकिंग पथ अत्यधिक फिसलन भरे हो गए हैं या भूस्खलन से प्रभावित हैं, और इसलिए वे तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करते हैं।

किन्नौर कैलाश यात्रा को अगले आदेश तक अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है तथा यात्रा के लिए पंजीकरण भी बंद कर दिया गया है।

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