Thursday, November 13

निजी जमीन खरीदकर लिंक मार्ग खोलने का जन आंदोलन समिति ने किया विरोध, सरकारी और सेना की भूमि तथा नाले घेरकर बने आशीर्वाद नर्सिंग होम को ध्वस्त करने की उठी मांग, नागरिकों ने कहा कि मुख्यमंत्री से मिलकर अधिकारियों द्वारा किये जा रहे खेल की शिकायत की जाएगी

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मेरठ 03 सितंबर (प्र)। रेलवे रोड व बागपत रोड के बीच बने लिंक मार्ग को खोलने में बाधा आशीर्वाद नर्सिंग होम के बारे में इससे संबंध जनआंदोलन समिति के अनुसार 415 मीटर जमीन में स्थित अस्पताल में 265 मीटर जमीन रक्षा विभाग की है। अगर संपर्क मार्ग को सीधे निकालकर जोड़ा जाए तो यहां चौराहा बन जाएगा। लेकिन 90 प्रतिशत भूमि रक्षा विभाग की और बाकी में से भी ज्यादातर नाले और सड़क की सरकारी भूमि होने के बावजूद मेडा और उसके अधिकारी ग्रामीण कहावत माले मुफ्त दिले बेरहम को चिरतार्थ करते हुए पहले अस्पताल संचालक को पूरी जमीन का चेक दे रहे थे जो उसने लेने से मना करते हुए बाजार भाव से दोगुनी कीमत की मांग की। इस पर अवैध निर्माण और सरकारी भूमि पर बने अस्पताल को बिना नोटिस के धराशायी किये जाने की व्यवस्था होने के बाद भी इसके लिए बनी समिति के पदाधिकारी अब प्राईवेट व्यक्ति की बाजार भाव से जमीन लेकर टेडाकर रास्ता खोलने के लिए प्रयास कर रहे है। और संबंधित अफसरों का कहना है कि दीवाली तक मार्ग खोल दिया जाएगा।

दूसरी तरफ आस पास के इलाकों के निवासियों की बनी समिति द्वारा गत दिवस कमला नगर बागपत रोड स्थित मंदिर में पत्रकार वार्ता में स्पष्ट किया गया कि अस्पताल का भवन कुल 415 मीटर जमीन पर है जिसमें से 90 प्रतिशत सेना की है और बाकी काफी निर्माण नाले पर और सरकारी जमीन पर किया गया है। इसलिए 20 मई 2025 को जमीन के हुए आंकलन के हिसाब से इसे तुड़वाकर लिंक मार्ग खोला जाए उन्होंने आरोप लगाया कि स्थानीय संबंधित अधिकारी अस्पताल मालिक को अनुचित लाभ पहुंचाने के लिए शहर को जाम से निजात दिलाने के प्रयासों को प्रभावित कर रहे है। तथा सड़क को जबरन पीछे घूमाया जा रहा है। पत्रकार वार्ता में मौजूद जन आंदोलन समिति के अध्यक्ष सरदार राजेन्द्र सिंह महासचिव सचिन गोयल उपाध्यक्ष विनोद सिरोही राजेन्द्र सिंह व प्रचार प्रमुख गौरव सिंह का कहना था कि अस्पताल का निर्माण भी अवैध है। यह सड़क से सटकर बना है पार्किंग भी नहीं है और ना ही मानक पूरे किये गये हैं। उन्होंने भवन को ध्वस्त करने की मांग करते हुए कहा कि 15 दिन में अधिकारी अस्पताल भवन बनाकर सीधे संपर्क मार्ग नहीं निकालते तो समिति पुनः आंदोलन करेगी तथा मुख्यमंत्री जी से मिलकर अधिकारियों द्वारा किये जा रहे खेल की शिकायत भी की जाएगी। स्मरण रहे कि आशीर्वाद अस्पताल प्रबंधन को मेडा की ओर से 27 अगस्त को जारी नोटिस की मियाद बीते मंगलवार को समाप्त हो गई। लेकिल लगभग तीन दशक पुरानी बागपत व रेलवे रोड को जोड़ने और लगभग तीन दर्जन कालोनी वासियों को राहत देने के बजाए अधिकारी इस मामले में खेल कर रहे है। इनका कहना है कि लिंक मार्ग खुलने से लाखों लोग लाभांवित होंगे पेट्रोल डीजल की बर्वादी रूकेगी। इसलिए 6.50 करोड़ की लागत व डा0 लक्ष्मीकांत वाजपेयी जी के प्रयासों से बनी लिंक मार्ग को जल्द से जल्द खोला जाए तथा किसी प्राईवेट व्यक्ति की जमीन खरीदने की बजाए आशीर्वाद अस्पताल का ध्वस्तीकरण किया जाए। हम लोगों ने लंबी लड़ाई लड़ी है और इस मामले में संबंधित विभाग द्वारा खेल नहीं करने देंगे। जन आंदोलन समिति का कहना था कि आखिर पहले भी 76 लाख का चेक अस्पताल के मालिक प्रदीप बंसल को सरकारी और सेना की जमीन व नाले पर हुए निर्माण की एवज में क्यों दिया जा रहा है। समिति का कहना था कि बाजार भाव में एसके गुप्ता की 62 वर्ग मीटर निजी जमीन खरीदकर जनता का पैसा फजूल खर्च करने की बजाए अस्पताल का अवैध कब्जा हटाकर निजी जमीन पर लगाया जाने वाला पैसा सड़क व यहां बनने वाले चौराहे का सौन्दर्यकरण पर खर्च किया जाए और जल्द से जल्द पुलिया का निर्माण कर लिंक मार्ग का रास्ता साफ कराया जाए।

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