देश में लगभग छह करोड़ लोगों द्वारा खाए जाने वाला समोसे की लोकप्रियता इससे आंकी जा सकती है कि 2021 में सबसे ज्यादा ऑर्डर किया जाने वाला समोसा था। 50 लाख ऑर्डर सिर्फ एक प्लेटफार्म को मिले थे। दसवी ११वीं शताब्दी में यह ईरान से भारत आया गया। 2.5 हजार किमी का सफर तय कर समोसे को वहां के व्यापारी दिल्ली लाए। उस समय इसमें मांस भरा होता था लेकिन दिल्ली के व्यापारियों ने आलू भरकर संबूसग को समोसा बना दिया। इसकी लोकप्रियता का अंदाजा इससे लगा सकते हैं कि बैठकों में नाश्ते में समोसा भी परोसा जाता है। वर्तमान में इस टेस्टी समोसे में आलू के साथ साथ मटर पनीर दाल सूखे मेवे के साथ मीठे का भी उपयोग किया जाने लगा है। कई देशों में समोसा संबोसा, संबुब्सा, संबुसा, समुचा के नाम से प्रसिद्ध समोसे का सेवन करने से मधुमेह मोटापा और पेट की समस्याएं भी उत्पन्न होने का खतरा बना रहता है। जानकारी के हिसाब से एक समोसे में पोषक तत्व सौ ग्राम कैलोरी 300 ग्राम वसा 18 ग्राम फाइबर 2 ग्राम होता है। स्मरण रहे कि कई प्रकार से छोटे बड़े समोसे की लोकप्रियता का अंदाजा इससे लगा सकते हैं कि कुछ फिल्मी गानों में इसकी चर्चा होती है। विदेशों में समोसा बेचने वाले व्यापारी हैं और लोग उनका सम्मान भी करते हैं। देश में शहर हो या गांव समोसा सब जगह मिलेगा। एक ही प्रकार से बने समोसे की कीमत पांच रूपये से लेकर 50 रूपये तक होती। बड़े होटलों में यह 500 रूपये प्लेट तक बिकता है। आज पूरी दुनिया में समोसा दिवस मनाया जा रहा है। सबकी चाहत का प्रतीक समोसा अगर कहे कि लोग ना खाए तो वो तो संभव नहीं है। पिछले दिनों एक धार्मिक आयोजन की समाप्ति पर आयोजकों ने लोगों को समोसा खाने के लिए रोक लिया। कहीं पर यह सब्जी के साथ खाया जाता है तो कहीं चटनी के साथ। स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से यह कह सकता हूं कि समोसा खाओ लेकिन थोड़ी मात्रा में। इसमें मैदा तेल का ज्यादा उपयोग होता है और इसका स्वाद इसे खाने पर मजबूर करता है लेकिन मैं भी सिर्फ स्वाद के लिए ही इसका उपयोग करता हूं। इसमें किशमिश मेवा डालकर बनाया जाए तो स्वाद और बढ़ जाता है। इसे खाने और बनाने वाले को बधाई और शुभकामनाएं।
(प्रस्तुतिः- रवि कुमार बिश्नोई संपादक दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)
समोसा, खाएं जरुर लेकिन देखकर
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