मेरठ 06 सितंबर (प्र)। पहाड़ों पर लगातार बारिश के कारण गंग नहर में भारी मात्रा में गाद आ जाने के कारण भोला की झाल स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद हो गया है। इस कारण शुक्रवार से शहर में गंगा जल की सप्लाई बंद हो गई। शहर में गंगा जल की आपूर्ति वाले इलाके के सभी ट्यूबवेल को अगले आदेश तक 24 घंटे संचालित करने के निर्देश दिये गये हैं। शुक्रवार की शाम को जल-कल विभाग के अभियंताओं ने स्काडा सिस्टम के कंट्रोल रूम का जायजा लिया।
नगर निगम के अधिकारियों के अनुसार पिछले कई दिनों से पहाड़ों पर अत्यधिक बारिश के कारण गंग नहर में गाद की मात्रा बढ़ गई थी। इस कारण भोला की झाल स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को रूक-रूक कर चलाया जा रहा था। शुक्रवार को गंग नहर में गाद की मात्रा अत्यधिक हो गई। इस कारण प्लांट को बंद करना पड़ गया।
दावा है कि शहर के गंगा जल वाले इलाके में फिलहाल पानी की दिक्कत नहीं है, लेकिन वैकल्पिक व्यवस्था के तहत गंगा जल की सप्लाई वाले इलाके के सभी ट्यूबवेल को 24 घंटे चलाने के निर्देश दिये गये है। सुबह, दोपहर और शाम को कम से कम दो-दो घंटे पानी की आपूर्ति के लिए व्यवस्था की गई है। शनिवार से कहीं पानी की दिक्कत होगी तो टैंकर से सप्लाई की जाएगी।
वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद होने से सिविल लाइन, घंटाघर, विकासपुरी, बच्चा पार्क, पीएल शर्मा स्मारक आदि क्षेत्रों के लगभग पांच लाख की आबादी प्रभावित हो गई है। सिविल लाइन और घंटाघर का क्षेत्र में शत-प्रतिशत गंगा जल की आपूर्ति होती थी। अब वहां टयूबवेल से ही पानी की सप्लाई होगी।
गंगा जल की आपूर्ति बंद होने से गोलाकुआं, ब्रहमपुरी आदि के इलाके में गंदे पानी की शिकायत निगम अधिकारियों को मिली है। वहीं प्रह्लादनगर, भगवतपुरा , घंटाघर क्षेत्र में भी पानी में प्रेशर कम होने की शिकायत मिली।
अपर नगर आयुक्त व जीएम जल पंकज कुमार का कहना है कि गंग नहर में गाद बहुत अधिक आने से भोला की झाल स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद हो गया है। अब ट्यूबवेल से ही शहर में पानी की सप्लाई प्रारंभ कर दी गई है। लोगों को दिक्कत नहीं होने दी जाएगी।
