मेरठ 09 अक्टूबर (प्र)। बागपत रोड-रेलवे रोड लिंक रोड की एक और बाधा खत्म हो गई है। जिस जमीन को लेकर विवाद चला आ रहा था, उस जमीन के मालिक एसके गुप्ता ने आज रजिस्ट्री मेडा के नाम कर दी है। जल्द पीडब्ल्यूडी को भूमि हस्तांतरित कर दी जाएगी। पीडब्ल्यूडी को ही शेष सड़क का निर्माण कार्य पूर्ण करना है। अब बस आशीर्वाद हॉस्पिटल की मुआवजा प्रक्रिया शेष है।
दिल्ली रोड को जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए पिछले 4 वर्षों से रेलवे रोड-बागपत रोड लिंक रोड की मांग उठ रही थी। मामला जनप्रतिनिधियों तक पहुंचा, इसके बाद इस लिंक रोड की उम्मीद बढ़ती चली गई। वर्तमान में इस लिंक रोड के आखिरी हिस्से में आ रही 62 वर्ग मीटर की एक निजी जमीन बाधा बनी थी। यह जमीन आशीर्वाद हॉस्पिटल के पड़ोस में थी और एसके मालिक एसके गुप्ता थे। जनप्रतिनिधियों के हस्तक्षेप के बाद ही एसके गुप्ता अपनी जमीन देने के लिए राजी हुए थे।
आज सुबह जमीन के मालिक एसके गुप्ता मेडा के रजिस्ट्री कार्यालय पहुंचे। यहां मेडा के अफसरों की मौजूदगी में उन्होंने रजिस्ट्री की प्रक्रिया पूर्ण कराई। इस दौरान मेडा की तरफ से पवन भारद्वाज मौजूद रहे। पवन भारद्वाज ने कहा कि जमीन के मालिक एसके गुप्ता ने रजिस्ट्री की प्रक्रिया पूरी कर दी है। यहां 7.9 मीटर चौड़ा रास्ता बनेगा। जल्द ही पीडब्ल्यूडी को निर्माण अनुमति पत्र और भूमि हस्तांतरण सर्टिफिकेट भी दे दिया जाएगा।
आशीर्वाद हॉस्पिटल को देना है मुआवजा
बागपत रोड-रेलवे रोड लिंक रोड के निर्माण कार्य में अब केवल एक बाधा शेष है। हालांकि मेडा उसे बाधा नहीं मान रहा है। अफसरों ने बताया कि आशीर्वाद हॉस्पिटल से जुडी जमीन का विभाग को केवल मुआवजा देना है। आशीर्वाद हॉस्पिटल के मुआवजे की प्रक्रिया भी जल्द पूरी कर दी जाएगी। इसके बाद लिंक रोड का निर्माण कार्य शुरू करा दिया जाएगा। इसके लिए शुक्रवार को क्रय समिति की मीटिंग बुलाई गई है जो डीएम की अध्यक्षता में होगी।