पहली बार भारतीय महिला क्रिकेट टीम के विश्वकप जीतने को देश के लिए बड़ी उपलब्धि बताने के साथ ही भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने खेल महोत्सव का शुभारंभ बल्ला घुमाकर तो पंकज सिंह ने गेंद फेंककर किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री के विजन खेलो इंडिया को दोहराते हुए मेरठ हापुड़ लोकसभा के सांसद अरूण गोविल ने सभी को शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर भाजपा के मंत्री सांसद विधायक महापौर महानगर अध्यक्ष विवेक रस्तौगी जिलाध्यक्ष शिवकुमार राणा, आदि मौजूद रहे। देश की प्रगृति के लिए खिलाड़ियों को बढ़ावा मिलना एक बड़ी उपलब्धि है और इस आयोजन के लिए आयोजकों को बधाई दी जानी चाहिए। लेकिन एक सवाल चर्चाओं में सुनने को मिलता है कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपना पद संभालने के बाद से निरंतर अवैध कॉलोनियों के विस्तार अवैध निर्माण रोकने भूमाफियाओं पर शिकंजा कसने के निर्देश देते रहे हैं और उनके द्वारा कहा जाता है कि निर्माण नीति का उल्लंघन करने और कराने वालों पर सख्त कार्रवाई हो। अदालत ने भी कुछ दिन पूर्व इस बारे में निर्देश दिए थे। लेकिन मवाना रोड स्थित जेपी एकेडमी जैसे सरकारी नीति के विरूद्ध कंपाउंड में पूरी तौर पर अवैध जेपी रेजीडेंसी में इस प्रकार के खेलों का नौ दिन चलना अवैध निर्माण और भूमाफियाओं को बढ़ावा ही देगा। ऐसा आज के समाचार पत्र पढ़कर नागरिकों का कहना था। मुझे लगता है कि सुनील बंसल पंकज सिंह, सांसद अरूण गोविल आदि जनप्रतिनिधियों को शायद इस बारे में जानकारी ना हो लेकिन स्थानीय नेता तो जेपी एकेडमी और जेपी रेजीडेंसी के बारे में सबकुछ जानते हैं कि किस प्रकार अवैध कॉलोनियों को रास्ते दिए गए। पूर्व में नागरिकों ने इसकी शिकायत भी जोर शोर से की थी लेकिन जैसा जानकारों का कहना है कि मेडा अफसरों से मिलीभगत होने से इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही है। मेडा के अफसर कह रहे हैं कि अवैध निर्माणों पर कसा जाएगा शिकंजा। अगर यह सही है तो आखिर प्रधानमंत्री की खेल भावना से जुडे इस आयोजन से पूर्व मेडा अफसरों ने आयोजकों को अवगत क्यों नहीं कराया यह तो वो ही जान सकते हैं लेकिन पाठकों की इस बात से मैं भी अवगत हूं कि नक्शा पास के नाम पर कटने वाली ऐसी कॉलोनियों को स्कूल से रास्ता देने के लिए जिम्मेदार कॉलानाइजर जो ऐसे आयोजनों का फायदा उठाकर अपने अवैध निर्माणों को बचाने में सफल हो रहा है। आखिर कैसे रूकेगा कच्ची कॉलोनियों का विस्तार और निर्माण।
(प्रस्तुतिः- रवि कुमार बिश्नोई संपादक दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)
चर्चा: वक्त की आवश्यकता है ऐसे महोत्सव! सांसद खेल महोत्सव से पूर्व मेडा ने आयोजकों को असलियत से क्यों नहीं अवगत कराया
Share.
