Wednesday, November 12

शादीशुदा इमाम ने धोखा देकर किया निकाह, पत्नी को सच्चाई पता चली तो मेरठ में गला काटा

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मेरठ 05 नवंबर (प्र)। मेरठ में 48 दिन पहले बुर्के में एक महिला की लाश मिली थी। महिला मुजफ्फरनगर के चरथावल की रहने वाली नईमा यासमीन सैकिया थी। उसकी हत्या पति ने ही अपने दोस्त के साथ मिलकर कर दी। पुलिस ने नईमा के पति शहजाद और उसके दोस्त नदीम को गिरफ्तार कर लिया है।

दरअसल, शहजाद मुजफ्फरनगर में मस्जिद का इमाम है। पहले से शादीशुदा इमाम की पत्नी और 3 बच्चे हैं। बच्चों और पत्नी को मेरठ के घर में रखकर इमाम नईमा के साथ किराए पर रह रहा था। जब नईमा को शहजाद की पहली शादी की बात पता चली, तो उसने विरोध किया। इसी के बाद इमाम शहजाद ने उसकी हत्या कर दी।

पुलिस ने मंगलवार को दोनों हत्यारोपियों को मीडिया के सामने पेश किया। बताया कि पति नईमा को शॉपिंग के बहाने मेरठ ले आया। इसके बाद नईमा को अपने घर से करीब 100 किमी दूर गंगनहर किनारे ले गया। वहां दोस्त नदीम के साथ मिलकर उसका गला रेत दिया। फिर लाश फेंककर दोनों भाग गए। इसके बाद शहजाद ने मुजफ्फरनगर में नईमा की गुमशुदगी भी दर्ज करा दी।
17 सितंबर को मेरठ के सिवालखास जंगल में गंगनहर पटरी पर खेत में एक महिला का शव मिला था। महिला ने बुर्का पहना था और गला रेतकर उसकी हत्या की गई थी। पहचान न होने पर पुलिस ने अज्ञात में पंचनामा भरकर उसे मॉर्च्युरी भिजवा दिया था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद हत्या का मुकदमा दर्ज कर पुलिस छानबीन में जुटी थी। मामला जानी थाना क्षेत्र का था।

SSP डॉ. विपिन ताडा ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया- हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के लिए 2 टीमें लगाई गई थीं। मेरठ में छानबीन पूरी होने के बाद आसपास के जिलों से संपर्क किया गया। इसमें पता चला कि 8 अक्टूबर को मुजफ्फरनगर के चरथावल थाने में नईमा यासमीन सैकिया की गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी।

मुजफ्फरनगर पुलिस से मिले फोटो से जब मिलान किया गया, तो शव शहजाद की पत्नी नईमा यासमीन सैकिया का ही निकला।
असम के डिब्रूगढ़ की रहने वाली नईमा तलाकशुदा थी। शहजाद ने सोशल मीडिया पर नईमा से नजदीकी बढ़ाई। शहजाद ने खुद को कपड़ों का कारोबारी बताया। साथ ही यह भी छिपा लिया कि वह पहले से शादीशुदा है। उसके 3 बच्चे हैं।

इसके बाद नईमा ने भरोसा कर शहजाद से निकाह कर लिया। जैसे-जैसे समय बीतता गया, वैसे-वैसे शहजाद की हकीकत खुलने लगी। यहां तक पता चल गया कि शहजाद पहले से शादीशुदा है और केवल 5वीं तक पढ़ा है। इसके बाद शहजाद और नईमा के बीच झगड़ा बढ़ता चला गया।

नईमा ने शहजाद पर बंदिशें लगानी शुरू कर दीं। वह उसकी निगरानी करने लगी। उसने पहली पत्नी और बच्चों से मिलने पर भी रोक लगा दी। इसको लेकर आए दिन घर में झगड़ा होने लगा। परेशान होकर शहजाद ने नईमा को रास्ते से हटाने का मन बना लिया। उसने अपने दोस्त नदीम को 12 हजार रुपए देकर साथ मिला लिया। नदीम मेरठ के मोहल्ला ऊंचा कस्बा हाल का रहने वाला है।
16 सितंबर को शहजाद शॉपिंग के बहाने नईमा को बस से मेरठ लेकर आया। इस दौरान उसका दोस्त नदीम भी साथ था। बस से उतरकर इन लोगों ने एक टेंपो किया। फिर नईमा को लेकर जानी गंगनहर पटरी मार्ग पर आ गए।

यहां धोखे से जूस में नींद की गोलियां मिलाकर नईमा को पिला दीं। बेहोशी की हालत में शहजाद और नदीम उसे एक खेत में ले गए। इसके बाद नदीम ने रस्सी से नईमा का गला घोंटा और शहजाद ने छुरे से वार कर गला काट दिया। इससे नईमा की मौत हो गई। इसके बाद लाश फेंक कर दोनों घर भाग गए।

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