राष्ट्र की एकता अखंडता के लिए देशवासी कुछ भी करने को तैयार रहते हैं और सरकार के निर्णयों का समर्थन भी किया जाता है क्योंकि वरिष्ठ नागरिकों ने स्वतंत्रता संग्राम का मौका देखा है और नौजवान पीढ़ी को इनके द्वारा दिए जाने वाले जाने वाले मार्गदर्शन से शहादत का पूर्ण ज्ञान है। अब जो नई पीढ़ी आ रही है स्कूलों में नाचने गाने और भारतीय संस्कृति का नाश करने के लिए जिम्मेदार कुछ फिल्मी कलाकारों को बुलाकर भौंडे डायलॉग नृत्य अश्लील गानों से जो सिखाया जा रहा है उससे देश के लिए जो भावना पैदा होनी चाहिए वो नहीं हो रही।
ऐसे में पीएम मोदी के आहवान पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ व अन्य प्रदेशों के सीएम व नेताओं द्वारा वंदे मातरम गीत के १५० साल पूरे होने पर जो सामूहिक गान और तिरंगा यात्रा शुरू की गई है इसे लेकर जो उत्साह उमंग नजर आती है उसे देखकर यह कहा जा सकता है कि नई पीढ़ी को शहीदों व आजादी की लड़ाई के मूल उददेश्यों का ज्ञान हो सकेगा। बताते चलें कि एक अक्टूबर को पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने राष्ट्रगीत वंदे मातरम के १५० साल पूरे होने के उपलक्ष्य में पूरे देश में उत्सव मनाने का निर्णय लिया गया। उसके तहत यह कार्यक्रम शुरू किए गए। बंकिमचंद्र चटर्जी द्वारा १८८५ में वंदेमातरम गीत गाया था। प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद ने १९५० में वंदेमातरम को राष्ट्रीय गीत का दर्जा दिया था। राज्यसभा सांसद डॉ लक्ष्मीकांत वाजपेयी के नेतृत्व में मेरठ में यह यात्रा आज से शुरू हो गई। प्रदेश के १८ स्थानों पर १५० कार्यकर्ताओं द्वारा सामूहिक वंदेमातरम गायन का आयोजन होगा। १५ नवंबर तक सभी जिला मुख्यालयों, स्कूलों में आयोजन होंगे। कुल मिलाकर यह कहने में कोई हर्ज महसूस नहीं होता कि पीएम के प्रयासों से वंदे मातरम की गूंज का स्वागत और उसे अपनाने की मुहिम में देशवासी पूर्ण सहभागिता निभाई जाएगी। इस आयोजन से जुड़े हर व्यक्ति को बधाई दी कि भावी पीढी को देशभक्ति से अवगत कराया जा रहा है।
(प्रस्तुतिः- रवि कुमार बिश्नोई संपादक दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)
प्रधानमंत्री, यूपी के मुख्यमंत्री व भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वाजपेयी आदि की मेहनत लाएगी रंग, देश में वंदे मातरम का सामूहिक गान और तिंरगा यात्रा युवा पीढ़ी में पैदा करेगी देशभक्ति का जज्बा
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