मेरठ, 13 नवंबर (प्र)। भारतीय जनता पार्टी श्रम प्रकोष्ठ के जिला सहसंयोजक प्रदीप ढढरा ने भाजपा नेत्री प्राची त्यागी के धोखाधड़ी के आरोपो को नकार दिया है। प्रदीप का कहना है कि वह प्राची त्यागी से कभी नहीं मिले और ना ही फोन पर ही बात की। उन्होंने इस पूरे मामले की शिकायत एसएसपी डॉक्टर विपिन ताडा से की है। उन्होंने संगठन को भी इस पूरे मामले की शिकायत करने का दावा किया है
राजेंद्र नगर निवासी प्राची त्यागी भाजपा से जुड़ी हैं। कुछ समय पहले उनकी पार्टी के कार्यक्रम में प्रदीप ढढरा और निखिल चौधरी से मुलाकात हुई। आरोप है कि 1 मई, 2025 को प्रदीप और निखिल ने उससे कहा कि उनकी रेलवे के कई बड़े अफसरों से जान पहचान है। वह किसी की भी नौकरी लगवा सकते हैं। प्राची त्यागी ने अपने देवर की नौकरी के लिए संपर्क किया। प्राची त्यागी ने अपने देवर की नौकरी के लिए संपर्क किया और पहली किश्त के रूप में तीन बार में 1.90 लाख रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद रुपए की मांग बढ़ने लगी। 1 में को उन्होंने गांधी आश्रम के पास स्थित परशुराम मंदिर में बुलाकर 5 लाख रूपए नगद भी निखिल को दे दिए। कई महीने बाद भी जब नौकरी नहीं लगी तो प्राची ने अपने पैसे मांगे। आरोप है कि प्रदीप और निखिल ने खुद को एक मंत्री का करीबी बताकर प्राची को धमकी देनी शुरू कर दी। भाजपा नेत्री प्राची त्यागी के द्वारा मुकदमा दर्ज कराई जाने की जानकारी मिलते ही भाजपा नेता प्रदीप ढढरा आज मीडिया के सामने आ गए और भाजपा नेत्री के आरोप नकार दिए।
प्रदीप का कहना है कि वह ना तो प्राची त्यागी नाम की किसी भाजपा नेत्री को जानते हैं और ना ही कभी उनकी उनसे मुलाकात ही हुई है। फोन पर भी कभी बातचीत नहीं की है। फिर भी ना जाने क्यों वह उन पर आरोप लगा रही हैं।
एसएसपी से की निष्पक्ष जांच की मांग
भाजपा श्रम प्रकोष्ठ के जिला सहसंयोजक प्रदीप ढढरा गुरुवार को इस मामले में एसएसपी डॉक्टर विपिन ताडा से मिले। उन्होंने कहा कि वह आरोप लगाने वाली महिला को बिल्कुल नहीं जानते हैं और न ही कभी फोन पर ही बात हुई है। हालांकि प्रदीप ने निखिल पर लगे आरोपों के बारे में कुछ भी बोलने से मना कर दिया। उन्होंने एसएसपी से मामले की निष्पक्ष जांच करा कर कार्रवाई की मांग की है।
