Saturday, September 7

26 को सरसावा में मोहन भागवत और झबीरण में आएंगे जयंत चौधरी

Pinterest LinkedIn Tumblr +

सहारनपुर 23 अक्टूबर। सरसावा में 26 अक्तूबर को देशभर के साधु-संत जुटेंगे। वहां पर श्री कृष्ण मंदिर के भूमि पूजन का आयोजन होगा, जिसमें संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत भी बतौर मुख्यातिथि के तौर पर शिरकत करेंगे। कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर पुलिस-प्रशासन ने भी पुख्ता बंदोबस्त शुरू कर दिए हैं। खास बात यह है कि इसी दिन सरसावा क्षेत्र के झबीरण गांव में रालोद की तरफ से पदक विजेता प्राची चौधरी का सम्मान समारोह कार्यक्रम होगा, जिसमें मुख्य अतिथि रालोद मुखिया जयंत चौधरी होंगे। कार्यक्रम को भले ही सम्मान समारोह का नाम दिया गया हो, लेकिन इस कार्यक्रम के माध्यम से लोकसभा चुनाव को लेकर रालोद अपना शक्ति प्रदर्शन करने की तैयारी में है।

दरअसल, श्री कृष्ण मंदिर में सुबह सात बजे से ही कार्यक्रम शुरू हो जाएगा। दावा किया जा रहा है कि भूमि पूजन कार्यक्रम में देशभर से साधु-संत आएंगे, जिनके आने-जाने और ठहरने का भी बंदोबस्त किया गया है। कार्यक्रम में सरसंघचालक मोहन भागवत 11 बजे आएंगे। करीब दो घंटे रुकने के बाद वह सहारनपुर के पंत विहार स्थित श्री कृष्ण ज्ञान मंदिर के रजत जयंती महोत्सव में शामिल होंगे। रजत जयंती समारोह के बाद सरसंघचालक दिल्ली के लिए रवाना होंगे। सरसंघचालक को जेड प्लस सिक्योरिटी मिली हुई है। जिले में उनके आगमन को लेकर पुलिस-प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। नकुड़ विधायक मुकेश चौधरी ने बताया कि भूमि पूजन कार्यक्रम को पूरी तैयारी कर ली गई है।

रालोद का जनसंपर्क अभियान

रालोद विधानमंडल दल के नेता राजपाल बालियान और पुरकाजी से विधायक अनिल कुमार ने बताया कि जिले में 26 अक्तूबर को रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी खिलाड़ियों को सम्मानित करेंगे। तीन अलग-अलग जगहों पर कार्यक्रम तय है।
उन्होंने कहा कि एशियाई खेलों में जिले के बसेड़ा निवासी अर्जुन देशवाल, काकड़ा निवासी पुनीत और पुरबालियान निवासी किरण बालियान पदक जीतकर लौटे हैं। तीनों खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए जयंत चौधरी जिले में आएंगे।

झबीरण में होने वाला कार्यक्रम रालोद के लिए शक्ति प्रदर्शन से कम नहीं है। सम्मान समारोह के नाम से होने वाले कार्यक्रम को लेकर न केवल सहारनपुर बल्कि आसपास के जिलों में भी जनसंपर्क अभियान चलाया जा रहा है। जिससे बड़ी से बड़ी तादाद में लोगों को इस कार्यक्रम में शामिल कर सके। आसपास के जिलों के पदाधिकारियों की भी इसमें ड्यूटी लगाई गई है।

Share.

About Author

Leave A Reply